संवाददाता
नई दिल्ली । राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से कथित मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। तिहाड़ जेल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें दोपहर दो बजे जेल संख्या पांच से रिहा कर दिया गया। जहां वह तीन महीने से अधिक समय से बंद थे। इसके अलावा बिभव को लेने उनका परिवार आया था। सुप्रीम कोर्ट ने कुमार को सोमवार को जमानत दी थी और कहा था कि वह 100 दिन से अधिक समय से हिरासत में हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के एक दिन बाद तीस हजारी कोर्ट ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को एक-एक लाख रुपये के निजी जमानत बांड और जमानत पर रिहाई का आदेश जारी किया। अदालत ने जमानत पर अन्य शर्तें भी लगाईं। जिनमें यह भी शामिल है कि कुमार गवाहों को धमकी नहीं देंगे। सबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे। उन्हें नियमित रूप से अदालती कार्यवाही में भी शामिल होना होगा।
धर, सीएम केजरीवाल की पत्नी ने बिभव की जमानत के बाद एक तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘सुकून भरा दिन।’ तस्वीर के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है कि ये कहां की है। सुप्रीम कोर्ट ने बिभव के सीएम केजरीवाल के आवास पर जाने पर रोक लगाई है। वहीं, सुनीता केजरीवाल के इस पोस्ट के बाद स्वाति मालीवाल भड़क उठीं। बुधवार सुबह स्वाति ने इस पर प्रतिक्रियां दी।
स्वाति ने सुनीता केजरीवाल के पोस्ट को साझा करते हुए लिखा, ‘मुख्यमंत्री जी की पत्नी, जो मेरी पिटाई के दौरान घर पे ही थीं, उनको बड़ा “सुकून” महसूस हो रहा है। सुकून इसलिए कि वो आदमी जिसने मुझे उनके घर में पीटा और अभद्रता की, वो शर्तिया बेल पर आया है। सबको ये साफ संदेश है, महिलाओं को मारो पीटो, उसके बाद हम पहले गंदी ट्रोलिंग करवा देंगे, पीड़िता को पूरी तरह से बर्बाद करेंगे और कोर्ट में उस आदमी को बचाने के लिए देश के सबसे महँगे वकीलों की फ़ौज खड़ी कर देंगे! जिनको ऐसे लोगों को देखकर सुकून मिलता है उनसे बहन बेटियों की इज्जत की क्या उम्मीद रखनी। प्रभु सब देख रहे हैं, इंसाफ होकर रहेगा।’