विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली में अगले साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार के अफसरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार की बैकबोन माने जाने वाले एडहॉक दानिक्स अधिकारियों को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से अहम निर्णय लिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 98 एहडॉक दानिक्स अधिकारियों को दानिक्स अधिकारी बनाने के आदेश जारी कर दिए हैं.
लंबे समय से एडहॉक दानिक्स से दानिक्स बनने की बाट जोहने वाले 319 अधिकारियों की लिस्ट में से 98 एहडॉक दानिक्स अधिकारियों को दानिक्स बनाने की लिस्ट जारी कर दी गई है. यह सभी वो अधिकारी हैं, जो दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग और गृह मंत्रालय को सहमति दे चुके हैं कि उन्हें दानिक्स कैडर में प्रमोट होने पर यूटी कैडर में दिल्ली से बाहर भेजे जाने पर ऐतराज नहीं होगा.
काफी समय से लटका था मामला
दरअसल, दिल्ली सरकार में बड़ी संख्या में दास कैडर कहलाने वाले एडहॉक दानिक्स अलग-अलग विभागों में खास जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं. लंबे समय से यह अधिकारी दिल्ली सरकार के तमाम विभागों में एडहॉक दानिक्स के तौर पर ही सेवाएं देते आ रहे हैं. बहुत से अधिकारी एडहॉक दानिक्स से दानिक्स में इंडक्ट न होने के चलते रिटायर भी हो चुके हैं. उन्हें इंडक्ट (समाहित/प्रमोट) करने की मांग समय समय पर की जाती रही है. इसको लेकर कई कमेटियां भी बनाई गईं, लेकिन मामला सालों से लटका रहा. सूत्रों की मानें तो मौजूदा चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार के कार्यकाल में इस मामले में रफ्तार पकड़ी, जिसके बाद अब गृह मंत्रालय ने 98 फीडर कैडर ऑफिसर्स (एहडॉक दानिक्स अधिकारी) को दानिक्स कैडर में समाहित (इंडक्ट) करने का आदेश जारी किया है.
एंट्री ग्रेड सर्विस के लिए मिला प्रमोशन
केंद्रीय गृह मंत्रालय की यूटी डिविजन के सचिव कल्पेश्वर मिश्रा की ओर से 29 अगस्त को एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें 98 फीडर कैडर ऑफिसर्स की लिस्ट जारी की गई है. इनको अब इस श्रेणी से निकालकर दानिक्स कैडर के एंट्री ग्रेड में प्रमोट किया गया है. यानी अब इन अफसरों के पद में लगने वाले ‘एडहॉक’ शब्द को निकाल दिया गया है. अब यह सीधे तौर पर दानिक्स अफसर बना दिए गए हैं. डिपार्मेंटल प्रमोशन कमेटी की प्रमोशन सिफारिश के आधार पर 2019 से 2024 के बीच की वैकेंसी में इन सभी फीडर कैडर ऑफिसर्स को दिल्ली सरकार में दानिक्स कैडर के एंट्री ग्रेड सर्विस के लिए प्रमोशन मिला है.
यह सभी फीडर कैडर ऑफिसर्स (एडहॉक दानिक्स) को 2019 से लेकर 2024 के बीच में अलग-अलग सालों के लिए दानिक्स कैडर के एंट्री ग्रेड में पे स्केल के पे मैट्रिक्स लेवल-8 पर रेगुलर आधार पर तत्काल प्रभाव से नियुक्त कर प्रमोशन दिया गया है. यह आदेश नेशनल बेसिस पर 1 जुलाई से पैनल एयर के मुताबिक प्रभावी माना जाएगा. यानी जिस साल से इन अधिकारियों को दानिक्स अधिकारी के रूप में इंडक्ट किया गया है, वह संबंधित कैलेंडर ईयर की एक जुलाई से प्रभावी माना जाएगा.
ये अधिकारी हैं शामिल
बताते चलें कि दिल्ली सरकार में बड़ी संख्या में फीडर कैडर ऑफिसर्स यानी दास कैडर के एडहॉक दानिक्स अधिकारी अलग-अलग विभागों में अहम जिम्मेदारियां निभा रहे हैं. इनमें डिप्टी सेक्रेटरी से लेकर एडिशनल डायरेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, सब रजिस्टार एवं अन्य तरह के अहम पद प्रमुख रूप से शामिल हैं. यह सभी अधिकारी दिल्ली सरकार के गठन के बाद से ही अपनी जिम्मेदारियां एडहॉक दानिक्स के तौर पर निभाते आ रहे हैं. इन सभी को दानिक्स कैडर में प्रमोट करने के लंबे समय से प्रयास भी किए जाते रहे हैं.
किए गए काफी प्रयास
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के पद संभालने के बाद से, इन अधिकारियों की ओर से लगातार दबाव बनाया जाता रहा है. इसके बाद बाद मुख्य सचिव ने भी इन अधिकारियों के पदों की गरिमा, महत्ता, उपयोगिता और जिम्मेदारियों को गंभीरता से समझते हुए इनको दानिक्स कैडर में इंडक्ट कराने के लिए प्रशासनिक तौर पर बड़े प्रयास भी किए. उनकी तरफ से लगातार भेजी जाने वाली रिपोर्ट्स और सिफारिशों के बाद अब गृह मंत्रालय की ओर से दानिक्स कैडर में पदोन्नत किए गए 98 अधिकारियों की सूची जारी की गई है.
अधिकारियों ने जताई सहमति सूत्र बताते हैं कि यह सूची उन सभी अधिकारियों की जारी की गई है जोकि फीडर कैडर ऑफिसर्स से दानिक्स में इंडक्ट होने के लिए अपनी सहमति विभाग को जता चुके हैं. यानी यह सहमति दिल्ली सरकार के अलावा इन अधिकारियों को प्रमोशन देने के बाद अंडमान एवं निकोबार दीप समूह, लक्षद्वीप, दमन एवं दीव और दादर एवं नगर हवेली आदि में पोस्टिंग करने में किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं होने को लेकर है.
दास कैडर के कुल एडहॉक दानिक्स अधिकारियों की कुल संख्या की बात करें तो यह 319 है, जिनको वैकेंसी के आधार पर 2022-24 के लिए पे मैट्रिक्स लेवल 8 में दानिक्स कैडर में इंडक्ट करने के लिए कंसीडर किया जाना था. इसके लिए यूटी सेगमेंट के लिए इन अधिकारियों को अंतर विभागीय वरीयता सूची में योग्य पाया गया था. बताया जाता है कि गृह मंत्रालय की ओर से फिलहाल उन सभी अधिकारियों को ही दानिक्स कैडर में प्रमोट किया है, जिनकी तरफ से सहमति दी गई है.