विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों की सुरक्षा हटाए जाने की बात उठने के बाद नई दिल्ली के डीसीपी ने बयान जारी किया है। उन्होंने बताया है कि सुरक्षा हटाए जाने की बात सही नहीं है। उन्होंने महिला पहलवानों की सुरक्षा हटाई नहीं है बल्कि उसमें थोड़े बदलाव हुए हैं।
डीसीपी नई दिल्ली के ट्वीट के अनुसार, पहलवानों को दी गई सुरक्षा वापस नहीं ली गई है; बल्कि निर्णय यह लिया गया कि भविष्य में हरियाणा पुलिस से यह जिम्मेदारी संभालने का अनुरोध किया जाए, क्योंकि जिन्हें सिक्योरिटी दी गई है वो लोग वहीं पर रहते हैं।
डीसीपी नई दिल्ली के अनुसार, दिल्ली पुलिस के नियुक्त पीएसओ ने इस फैसले को गलत समझ लिया, इसलिए उन्हें रिपोर्ट करने में लेट हो गई। स्थिति को सुधार लिया गया है और पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराना जारी है।
बता दें कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ गवाही देने वाली महिलाओं की सुरक्षा हटाए जाने की बात विनेश फोगाट ने अपने ट्वीट में कही थी। उन्होंने ट्वीट में कहा, “जिन महिलाओं को बृजभूषण के खिलाफ कोर्ट में गवाही देनी है, दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा हटा दी है।”
हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह से जुड़े यौन शोषण मामले को लेकर बड़ा दावा किया है। विनेश ने अपनी इस पोस्ट में दिल्ली पुलिस, दिल्ली महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को टैग किया है।
इसके अलावा ये मामला राउज एवेन्यू कोर्ट भी पहुँचा। वहाँ सुरक्षा हटाए जाने की बात कहकर अर्जी दाखिल की जिसके बाद कोर्ट ने अंतरिम आदेश पारित कर पुलिस को पहलवान को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। साथ ही डीसीपी दिल्ली को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है।
डीसीपी को रिपोर्ट दाखिल कर बताना है कि किन वजहों से महिला पहलवानों की सुरक्षा को वापस लेने का फैसला लिया गया। इसी नोटिस के बाद डीसीपी नई दिल्ली ने अपना ट्वीट किया।