विशेष संवाददाता
नोएडा। यूपी, हरियाणा व राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र मेवात से नोएडा-एनसीआर के लोगों के साथ अधिकतर साइबर ठगी की जा रही है। मेवात का इलाका अब नया जामताड़ा बन रहा है। अब तक जामताड़ा साइबर क्राइम के मामले में सबसे आगे था लेकिन अब मेवात के साइबर क्रिमिनल जामताड़ा को भी पीछे दिया है। साइबर क्राइम के मामलों की जांच में जिन नंबरों व खातों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उनका लोकेशन मेवात क्षेत्र का आ रहा है। इसके बाद साइबर क्राइम पुलिस के रडार पर मेवाती साइबर क्राइम गैंग है।
नोएडा साइबर क्राइम थाने में वर्ष 2024 में 70 से अधिक एफआईआर हुई है और कमिश्नरेट के थानों में दो सौ से अधिक साइबर क्राइम के मामले दर्ज हुए हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर व ई-मेल के माध्यम से भी पुलिस को सैकड़ों शिकायतें मिली। इनकी जांच में साइबर क्राइम के नए ट्रेंड के बारे में पता चला। इसके मुताबिक साइबर क्राइम के जामताड़ा मॉड्यूल से आगे अब मेवाती साइबर गिरोह पहुंच गया है।
नोएडा व एनसीआर के लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने वालों में एक चौथाई से अधिक मामलों का मेवाती कनेक्शन है। दरअसल साइबर मामलों की जांच में यह जानकारी सामने आ रही है कि साइबर फ्रॉड में जिन मोबाइल व खातों का इस्तेमाल हो रहा है। वह राजस्थान, हरियाणा व यूपी के मथुरा के आसपास का है। मेवाती गिरोह पुलिस, सेना या अन्य सरकारी विभागों के अधिकारियों के फेसबुक अकाउंट हैक कर या फिर व्हाट्सएप डीपी पर अधिकारियों का फोटो लगाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इसके साथ ही ओएलएक्स फ्रॉड से लेकर सेक्सटॉर्शन के मामले में भी मेवाती मॉड्यूल सबसे आगे है।
मेवाती गिरोह का साइबर क्राइम का दायरा भी दायरा काफी फैला हुआ है। चूंकि यह तीन राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता है। इस कारण इन पर नकेल कसने को लेकर पुलिस को भी परेशानी होती है। नोएडा साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार का कहना है कि मेवाती साइबर गिरोह नोएडा व एनसीआर के लोगों के साथ ठगी करने में आगे हैं। जांच में राजस्थान, हरियाणा के जालसाजों के शामिल होने की जानकारी आ रही है। इस गिरोह के जालसाज पुलिस के रडार पर है।
डिजिटल अरेस्ट में भी मेवात गिरोह आगे
हाल के दिनों में डिजिटल अरेस्ट कर लाखों करोड़ों की साइबर ठगी की घटनाएं हो रही हैं। इनमें भी मेवात गैंग आगे है। हाल में ही नोएडा साइबर थाने की पुलिस ने रेलवे के रिटायर्ड अधिकारी के साथ ठगी करने के मामले में छह जालसाजों को गिरफ्तार किया था। इन सभी को राजस्थान से दबोचा गया था। इनका भी मेवात कनेक्शन सामने आया था। इसके अलावा नोएडा के कई साइबर ठगी के मामले में जिन खातों का पता चला है वह मेवात क्षेत्र के हैं।
मेवाती साइबर गिरोह इस मामले में सबसे आगे
– पुलिस व सेना अधिकारी की डीपी लगाकर ठगी करना।
– वीडियो कॉल कर न्यूड वीडियो बना सेक्सटॉर्शन।
– ओएलएक्स पर सामान खरीद बिक्री के नाम पर फ्रॉड।
– बैंक अधिकारी बन कर फोन करना और ठगी को अंजाम देना।
– पेटीएम केवाईसी के नाम पर जालसाजी करना।
– ऑफर व लॉटरी निकलने के नाम पर पर साइबर फ्रॉड करना।