विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। शिवरात्रि पर्व के साथ ही पिछले 15 दिन से चली आ रही कांवड़ यात्रा भी सम्पन्न हो गई। कांवड़ यात्रा के सम्पन्न होने पर जनपद वासियों, मीडिया, सिविल डिफेंस, पुलिस, जिला प्रशासन, नगर निगम, विद्युत विभाग, चिकित्सा विभाग, समाजसेवी संगठन आदि का आभार जताया है। डीएम ने कहा कि कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न बनाने के लिए हर विभाग ने अपना सहयोग दिया है जिसकी वजह से एक बड़ी धार्मिक यात्रा अच्छे से सम्पन्न हो गई। मीडिया का भी उन्होंने विशेष आभार व्यक्त किया है।
इससे पहले शुक्रवार को शहर के प्राचीन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए कांवडिय़ों व शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से कांवडिय़ों हरिद्वार से जलकर लाकर हाजिरी और त्रयोदशी का जलाभिषेक भगवान दूधेश्वर को कर रहे थे। चतुर्दशी दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई जिसके बाद मंदिर परिसर में हर ओर भगवा रंग ही दिखाई दिया। बोल बम के जयघोष करते हुए कांवडिय़ों ने चतुर्दशी का जलाभिषेक कर अपनी कांवड़ यात्रा सम्पन्न की। सुबह त्रयोदशी होने के कारण आम भक्तों की भीड़ सबसे अधिक रही। इसके अलावा डाक कांवडिय़ों ने भी बड़ी संख्या में हरिद्वार से जलकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। तडक़े सुबह से शुरू हुई लाइन निरंतर चलती रही। इसके उपरांत दोपहर एक बजे से कांवडिय़ों ने चतुर्दशी के जलाभिषेक के लिए लाइन में लगना शुरू कर दिया और समय होते ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। इसके उपरांत भगवान दूधेश्वर का श्रृंगार किया गया व विशेष पूजन कर उन्हें भोग अर्पण करने के उपरांत साढ़े तीन बजे के उपरांत मंदिर के कपाट शिवभक्तों के लिए खोले गए। कुछ समय के लिए सामान्य भक्तों को रोका गया।
मंदिर के महंत नारायण गिरी महाराज ने भी भक्तों से नौ बजे के उपरांत जलाभिषेक करने की अपील की थी, ताकि हरिद्वार से जल लेकर आ रहे कांवडिय़ों का जलाभिषेक अच्छे से सम्पन्न हो सके। चतुर्दशी का जलाभिषेक दोपहर तीन बजकर तीस मिनट से शुरू हुआ। इस अवसर पर मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, महंत गिरिशानंद गिरी महाराज, विजय मित्तल, एसआर सुथार, पंडित महेश वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।
मन्नत लेकर लेट-लेट कर जलाभिषेक करने पहुंचे बच्चे ओर बड़े भी
भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त तरह-तरह से भक्ति करते हैं। शिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में जहां भक्त कांवड़ लेकर आते हैं। वहीं अपने मन्नत पूरी होने या मन्नत मांगने को लेकर बड़ी संख्या में शिवभक्त दूधश्ेवरनाथ मंदिर लेट-लेट कर पहुंचते हैं। सुदंरपुरी क्षेत्र के रहने वाले दो छोटे-छोटे शिवभक्त घंटाघर से लेट-लेट कर मंदिर पहुंचे। बच्चों ने बताया कि उन्होंने भगवान से मन्नत मांगी है इसलिए वह लेटलेट कर उनके दर्शन को जा रहे हैं। वहीं अन्य दर्जनों भक्त भी इसी तरह से भगवान के दर्शन को पहुंचे।
मेरठ रोड पर उमड़ा डाक कांवडिय़ों का सैलाब
कांवड़ यात्रा के अंतिम दिन दिल्ली-मेरठ रोड पूरी तरह से डाक कांवडिय़ों के नाम रहा। बड़ी संख्या में दिल्ली, गाजियाबाद के कांवडिय़ां हरिद्वार से डाक कांवड़ लेकर लौट रहे। डाक कांवड़ में कांवडिय़ां बिना रूके लगातार दौड़ते हुए गंगाजल लेकर आते हैं। मेरठ रोड पर अंतिम दिन सबसे अधिक भीड़ डाक कांवडिय़ों की ही नजर आई। डाक कांवड़ को देखते हुए रोड के सभी कटों पर पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी तरह का कोई अवरोध न उत्पन्न न हो सके।
फूल बरसाने को लेकर हटा लिया शामियाना
दूधेश्वरनाथ मंदिर परिसर में भक्तों के लिए व्यवस्था की जाती है ताकि उन्हें धूप, गर्मी से बचाया जा सके। लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मंदिर में शिवभक्तों पर फूलों की वर्षा करने का कार्यक्रम था, जिसके कारण भक्तों के लिए मंदिर परिसर में शमियाना नहीं लगाया गया। लेकिन ऐनवक्त पर सीएम का कार्यक्रम निरस्त हो गया। उधर दूसरी ओर गर्मी, धूप और उसम से भक्तों का हाल बेहाल दिखा, लेकिन फिर भी भोले की भक्ति में मगन जलाभिषेक के लिए लाइन में लगे।
पुलिस ने संभाली व्यवस्था
दूधेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक को लेकर पुलिस बल पूरी तरह से अलर्ट मोड में दिखा। हर पाइंट पर पुलिस कर्मी तैनात रहे। मंदिर परिसर के बाहर से लेकर अंदर तक पुलिस अधिकारी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने में जुटे रहे। जलाभिषेक के चलते मंदिर में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। इसका नतीजा यह रहा है कि मंदिर में कहीं भी अव्यवस्था का माहौल देखने को नहीं मिला।