विशेष संवाददाता
गाज़ियाबाद । गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने में अब थोड़ी और सहुलियत होगी। स्वास्थ्य विभाग प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के अंतर्गत गर्भवती को निशुल्क अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा प्रदान करता है। इसके लिए विभाग ने निजी केंद्रों के साथ करार किया हुआ है। अल्ट्रासाउंड जांच के लिए विभाग द्वारा दी जाने वाली राशि में इजाफा किया गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को शासन से आदेश प्राप्त हो गए हैं। अब निजी केंद्रों को नए रेट के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। शुल्क कम होने के चलते निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र स्वास्थ्य विभाग की इस योजना में रूचि कम ले रहे थे और अक्सर उनके ना नुकरने करने के मामले में प्रकाश में आते थे।
अल्ट्रासाउंड शुल्क बढ़ाकर 425 रुपये किया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि अब हर अल्ट्रासाउंड पर निजी केंद्रों को 425 रुपये का भुगतान किया जाएगा। अब तक यह राशि तीन सौ रुपये हुआ करती थी। शासन से इस संबंध में आदेश प्राप्त हो गए हैं। नए रेट तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में पंजीकृत निजी केंद्रों को विभाग ई-रूपी बाउचर के जरिए भुगतान करता है। यह प्रीपेड बाउचर होते हैं। केंद्र पर गर्भवती को बाउचर के साथ ही भेजा जाता है। बाउचर जारी होने की तिथि से एक माह तक सक्रिय रहता है। यानि गर्भवती एक माह तक कभी भी योजना के अंतर्गत पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्र पर जाकर अपनी जांच करा सकती है।
जिले में 62 निजी केंद्रों के साथ है करार
पीएमएसएमए के तहत अल्ट्रासाउंड जांच कराने की सुविधा जिले में 62 निजी केंद्रों पर उपलब्ध है, भविष्य में इन केंद्रों को बढ़ाकर 76 करने की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि गर्भवती को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए अपने घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े। हर ब्लॉक में ऐसे निजी केंद्र उपलब्ध हैं, गर्भवती आशा बहन से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
जिले में 62 निजी केंद्रों के साथ है करार
पीएमएसएमए के तहत अल्ट्रासाउंड जांच कराने की सुविधा जिले में 62 निजी केंद्रों पर उपलब्ध है, भविष्य में इन केंद्रों को बढ़ाकर 76 करने की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि गर्भवती को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए अपने घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े। हर ब्लॉक में ऐसे निजी केंद्र उपलब्ध हैं, गर्भवती आशा बहन से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
इस वर्ष हो चुकी हैं 5664 अल्ट्रासाउंड जांच
पीएमएसएमए के अंतर्गत अप्रैल से जुलाई तक जनपद में कुल 5664 गर्भवती ई-रूपी के जरिए निशुल्क अल्ट्रासाउंड जांच का लाभ उठा चुकी हैं।जिले में अप्रैल माह में 1212, मई माह में 1477, जून माह में 1443 और जुलाई माह में 1532 गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच निजी केंद्रों पर हुई हैं।
हर माह चार दिन होता है पीएमएसएमए
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि पीएमएसएमए का आयोजन हर माह चार दिन होता है। हर माह की एक, नौ और 16 तारीख को सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर यह आयोजन किया जाता है, जबकि हर माह की 24 तारीख को रेफरल यूनिटों, सीएचसी लोनी, मोदीनगर, मुरादनगर और डासना के साथ ही संजयनगर संयुक्त जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया जाता है, जहां प्रसूति रोग विशेषज्ञ गर्भवती की जांच करती हैं।
पीएमएसएमए पर मिलती हैं ये सुविधाएं
पीएमएसएमए के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को निशुल्क अल्ट्रासाउंड के अलावा यूरिन और रक्त की जांच के साथ ही आईएमए और कैलिसयम टेबलेट भी उपलब्ध कराई जाती हैं। सीएमओ ने बताया पीएमएसएमए का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाना है। इसके लिए चार प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराने की सलाह दी जाती है। समय पर एएनसी कराने से गर्भवती को आगे चलकर आने वाली परेशानी का समय से पता लगाकर चिकित्सकीय प्रबंधन किया जाता है।