नगर संवाददाता
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुजफ्फरनगर पुलिस के उस फरमान का विरोध किया है, जिसमें ढाबा संचालकों व खानपान के अन्य दुकानों पर दुकानदारों को अपना नाम लिखने को कहा गया है।
मैं नहीं करता समर्थन- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने कहा कि वह जाति या धर्म के नाम पर किसी भी विभाजन का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा जारी गाइडलाइंस का विरोध करते हुए कहा कि मैं इसका समर्थन नहीं करता। उन्होंने कहा कि समाज में सिर्फ दो वर्ग अमीर और गरीब हैं। चिराग पासवान ने कहा कि विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग इसी दोनों श्रेणियों में आते हैं।
यूपी सरकार ने बताया क्यों लिया गया फैसला
वहीं, मुजफ्फरनगर पुलिस के बाद अब यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ को अनिवार्य कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से शुक्रवार को जानकारी दी गई कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने भी की फैसले की निंदा
इस प्रकरण में केंद्र सरकार के अहम घटक जदयू के केसी त्यागी और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी इस कदम की निंदा की है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मायावती और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सांप्रदायिक और भेदभाव वाला कदम बताकर सरकार को घेरा है।