विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । महापौर सुनीता दयाल नगर निगम कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव का ऐलान कर चुकी हैं। यह चुनाव 19 जुलाई को होना है। नगर निगम कार्यकारिणी में छह सदस्य पद खाली हैं। संभावना है कि भाजपा अपने चार पार्षदों को कार्यकारिणी में भेजेगी दो पद विपक्ष को दिए जा सकते हैं। ऐसे ही फार्मूले से पिछली साल मेयर सुनीता दयाल ने आम सहमति बनाकर मतदान की नौबत नहीं आने दी थी। मेयर सुनीता दयाल इस बार भी आम सहमति से कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव चाहती हैं। भाजपा के सभी प्रमुख पदाधिकारी लखनऊ में हुई पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने गए हुए थे। कुछ आज सुबह लौट आए जबकि कुछ आज शाम तक लौट आएंगे।
संभावना है कि 17 जुलाई को भाजपा संगठन और मेयर के बीच कार्यकारिणी सदस्य चुनाव को लेकर बैठक की जा सकती है। अगर कोई विघ्न आया तो 18 जुलाई को निश्चित तौर पर बैठक होगी। इसमें भाजपा अपने चार पार्षदों का चयन कार्यकारिणी प्रत्याशियों के लिए कर लेगी। बताया जा रहा है कि भाजपा अपने सांसद, विधायकों और मेयर से एक एक नाम लेगी।
उधर विपक्ष में सपा और कांग्रेस के बीच भी बातचीत चल रही है। संभावना है कि दोनो दल एक एक सदस्य पर सहमति बना लेगा।
भाजपा में दलित पार्षद की लग सकती है लॉटरी
19 जुलाई को नगर निगम कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव हो जाने के बाद कार्यकारिणी उपाध्यक्ष भी चुना जाएगा। इसके लिए भाजपा में कई नाम चर्चा में हैं। इनमें से दो ओबीसी समाज से हैं और एक नाम दलित समााज से है। भाजपा में जिस तरह से नीचे से ऊपर तक दलितों को साधने का काम चल रहा है उसे देखते हुए लग रहा है कि कार्यकारिणी उपाध्यक्ष दलित पार्षद को बनाया जा सकता है। इससे भाजपा नगर निगम में दलित समाज को प्रतिनिधित्व दे देगी। वैसे भी दलित समाज का कार्यकारिणी उपाध्यक्ष पद पर अधिकार भी बनता है।
विपक्ष से तीन पार्षदों की तैयारी
विपक्ष की और से तीन पार्षदों के नाम सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि पार्षद प्रवीण मुलायम, नरेश जाटव और योगेन्द्र कार्यकारिणी चुनाव की तैयारी कर चुके हैं। विपक्ष किसी भी सूरत में अपने दो पार्षदों को कार्यकारिणी में पहुंचना चाहता है। अगर भाजपा ने वार नाम दिए तो विपक्ष दो नाम देगा। अगर भाजपा ने पांच नाम दिए तो विपक्ष अपने तीन उम्मीदवार उतार देगा और उस स्थिति में मतदान कराना ही पड़ेगा। जहां तक मेयर सुनीता दयाल की सोच का सवाल है तो वह मतदान के पक्ष में नहीं रहेंगी। इसलिए संभावना है कि भाजपा चार ही सदस्य उतारेगी।