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ब्रिटेन के अगले PM होंगे फैक्ट्री वर्कर के बेटे किएर स्टार्मर

विशेष संवाददाता

लंदन । ब्रिटेन में सरकार बदलने वाली है. किएर स्टार्मर नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. ब्रिटेन आम चुनाव का रिजल्ट लगभग साफ हो गया है. एग्जिट पोल में स्टार्मर के नेतृत्व वाली लिबरल डेमोक्रेट्स (लेबर पार्टी) ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी से काफी चल रही है. अभी तक 650 में से 624 सीटों की गिनती पूरी हो चुकी है जिसमें सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को सिर्फ 111 सीटें और लेबर पार्टी 410 सीटें जीत चुकी है, जबकि ग्रीन पार्टी अभी तक एक ही सीट जीती है.

किएर स्टार्मर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी के 14 साल के शासन को खत्म करके शानदार जीत के संकेत दिए हैं. हालांकि अभी यूके के प्रधानमंत्री चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित नहीं हुए हैं. इस बीच लेबर पार्टी के किएर स्टार्मर के बारे में जानना जरूरी हो जाता है, जो संभवतः इस प्रंचड जीत के बाद ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे.

कौन हैं किएर स्टार्मर?

किएर रॉडनी स्टार्मर (Keir Starmer) एक ब्रिटिश राजनेता और वकील हैं. स्टार्मर का जन्म 2 सितंबर 1962 को इंग्लैंड के सरी में ऑक्सटेड नामक छोटे से शहर में हुआ था. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, परिवार के चार बच्चों में से एक, उनका पालन-पोषण लंदन के बाहर एक छोटे से शहर में एक तंगी भरे घर में हुआ. उनके पिता एक फैक्ट्री में टूल बनाने का काम करते थे, जिन्होंने स्टार्मर नाम लेबर पार्टी के पहले नेता किएर हार्डी के नाम पर रखा था. स्टार्मर की मां हॉस्पिटल में नर्स थीं. स्टार्मर जब छोटे थे तभी एक गंभीर बीमारी की वजह से उनकी मां का निधन हो गया था. मां का साया सिर से उठ जाने की वजह से उन्हें बचपन से ही काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले परिवार के पहले सदस्य थे

कई मुश्किलों के बावजूद स्टार्मर ने कभी हार नहीं मानी. वे बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे थे, परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने की वजह से ही उनका एडमिशन एक प्रतिष्ठित हाई स्कूल में हुआ था. वे यूनिवर्सिटी जाकर पढ़ाई करने वाले अपने परिवार में पहले थे. 1985 में लीड्ल यूनिवर्सिटी से लॉ में बैचलर डिग्री हासिल की. इसके बाद 1986 में ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट एडमंड हॉल से सिविल लॉ से ग्रेजुएट हुए.

गरीबों की मुफ्त में दी कानूनी सलाह

लॉ की पढ़ाई करने के बाद, स्टार्मर ने काफी समय तक गरीबों को मुफ्त में कानूनी सलाह दी. वे कई बड़े मामलों में गरीबों की ओर से पैरवी करते थे, उन्हें मानवाधिकारों से जुड़े से मामलों में विशेषज्ञता हासिल है. उन्होंने ट्रेड यूनियनों, मैकडॉनल्ड्स विरोधी प्रचारकों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौत की सजा पाए कैदियों की वकालत की.

2007 में विक्टोरिया अलेक्जेंडर से हुई थी शादी

स्टार्मर ने 2007 में विक्टोरिया अलेक्जेंडर से शादी की और उनके दो बच्चे हैं. स्टार्मर, एक प्रतिभाशाली संगीतकार भी हैं. उन्होंने नॉर्मन कुक के साथ स्कूल में वायलिन की शिक्षा ली, जिन्होंने बाद में हाउसमार्टिन्स के लिए डीजे फैटबॉय स्लिम के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की थी.

जब स्टार्मर को पहली बार मिली अलग पहचान

2003 में, स्टार्मर ने राजनीति की ओर रुख करना शुरू किया, उत्तरी आयरलैंड में पुलिस द्वारा मानवाधिकार कानूनों का पालन सुनिश्चित करने की भूमिका निभाकर कई लोगों को हैरान कर दिया था. इसके पांच साल बाद, उन्हें लेबर प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन के द्वारा इंग्लैंड और वेल्स के लिए सार्वजनिक अभियोजन निदेशक (DPP) के रूप में नियुक्त किया गया. वे 2008 से 2013 तक इस पद पर रहे. उन्होंने व्यय घोटाले में शामिल सांसदों, फोन-हैकिंग में फंसे पत्रकारों और इंग्लैंड में दंगों में भाग लेने वाले युवाओं का नेतृत्व किया.

महारानी एलिजाबेथ ने दी थी प्रतिष्ठित नाइट की उपाधि

नाइट की उपाधि ब्रिटेन में दी जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित उपाधियों में से एक है और यह राजशाही द्वारा दी जाती है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने साल 2014 में बकिंघम पैलेस में स्टार्मर को नाइट की उपाधि दी थी, जिसके बाद नाम के साथ ‘सर’ कहा जाता है. लेकिन स्टार्मर को यह कभी पसंद नहीं आया, वे चाहते हैं कि लोग उनके नाम के साथ किसी टाइटल का इस्तेमाल न करें. एक न्यूज इंटरव्यू में स्टार्मर ने कहा था, ‘ जब मैं डीपीटी था, तो सभी लोग मुझे डायरेक्टर कहते थे लेकिन मैंने मना किया, मुझे किएर स्टार्मर ही कहें.

स्टार्मर का राजनीतिक सफर

साल 2015 में स्टार्मर पहली बार संसद के लिए चुने गए. वह 2015 से 2024 तक होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से संसद सदस्य हैं. वे एक साल तक ब्रिटेन की शैडो कैबिनेट में इमीग्रेशन मिनिस्टर थे. इसके अलावा स्टार्मर 2016 से 2020 तक यूरोपीय संघ (EU) से बाहर निकलने के लिए शैडो राज्य सचिव भी थे. अप्रैल 2020 में स्टार्मर को लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था. वे ब्रिटेन की संसद में साल 2020 से प्रतिपक्ष और लेबर पार्टी के नेता हैं. उन्होंने लेबर पार्टी के वैचारिक रुख को दूर-दराज़ के वामपंथी रुख से राजनीतिक मध्यमार्ग की ओर मोड़ा है. पूरे अभियान के दौरान, मतदाताओं को उनका संदेश यही रहा है कि लेबर सरकार बदलाव लाएगी. उनका पूरा पेशेवर जीवन जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए रहा है. अब वे 61 वर्ष की उम्र में ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनेंगे.

भारत के लिए यूके इलेक्शन महत्व

भारत और ब्रिटेन दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए दो साल से अधिक समय से प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत कर रहे हैं. लेबर पार्टी की प्रचंड जीत से दोनों देशों के बीच एफटीए पर चल रही वार्ता के डायनामिक्स में बदलाव आ सकता है. यदि सर्वेक्षण सटीक होते हैं, तो अन्य यूरोपीय देशों की तरह ब्रिटेन में भी वर्तमान सरकार बदल जाएगी.

बता दें कि जीत के बाद किएर स्टार्मर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कर दिखाया. आपने इसी के लिए प्रचार किया था, आपने इसी के लिए लड़ाई लड़ी थी. आपने इसी के लिए वोट किया था और अब इसके नतीजे सभी के सामने हैं. अब से बदलाव की बयार शुरू हो गई है. ईमानदारी से कहूं तो ये बदली हुई लेबर पार्टी है, जो देश की सेवा के लिए तैयार है

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