संवाददाता
नई दिल्ली । भारतीय लोकतंत्र में 25 जून को एक काले दिन के रूप में याद किया जाता है। कांग्रेस नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1975 में इसी दिन आपातकाल का ऐलान किया था। आज आपातकाल की 49वीं बरसी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस ने इमरजेंसी के समय आजादी को खत्म कर दिया था और संविधान को रौंद दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया था। आज का काला दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रताओं को नष्ट किया और भारत के संविधान को रौंद दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।
कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने लिखा है कि सत्ता पर काबिज रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेलखाना बना दिया। कांग्रेस से असहमत होने वाले हर व्यक्ति को प्रताड़ित किया गया और परेशान किया गया। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाया गया। इसके लिए समाज के खिलाफ नीतियां लागू की गईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में लिखा है कि आपातकाल लगाने वालों को हमारे संविधान के प्रति अपने प्रेम का दावा करने का कोई अधिकार नहीं है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने न जानें कितने ही मौकों पर आर्टिकल 356 लगाया। प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म करने वाला विधेयक पारित किया। संघवाद को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।
प्रधानमंत्री ने आगे लिखा है कि जिस मानसिकता के कारण आपातकाल लगाया गया था, वह उसी पार्टी में आज भी मौजूद है जिसने आपातकाल लगाया था। वे संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को अपने दिखावे के माध्यम से छिपाते हैं, लेकिन भारत की जनता उनकी हरकतों को समझ चुकी है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार नकार दिया है।