विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। मुस्लिम धर्म के प्रमुख त्योहारों में बकरीद का पर्व भी बेहद विशेष है. इसे ईद-अल-अज़हा भी कहा जाता है. 17 जून, आज भारत में बकरीद मनाई जा रही है. राजधानी दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अवसर पर सुबह नमाज अदा की गई.
नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी. सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे. देशभर से लोग जामा मस्जिद घूमने और नमाज पढ़ने आते हैं. बकरीद के मौके दिल्ली के बाजार गुलजार हैं. अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है.
बकरीद का महत्व
ईद उल अजहा यानी बकरीद का त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 12वें महीने जुल-हिज्जा के दसवें दिन मनाया जाता है, चूंकि बकरीद इस्लामी कैलेंडर के हिसाब से मनाई जाती है, इसलिए हर साल ईद की तारीख अलग होती है. यह दिन कुर्बानी का होता है. मान्यता है कि त्योहार हजरत इब्राहिम (अब्राहम) द्वारा अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने की इच्छा की याद में मनाया जाता है.
मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन अपनी हैसियत के अनुसार कुर्बानी देते हैं और जरूरतमंदों और गरीबों में बांटते हैं. कुर्बानी के हिस्सों को तीन भागों में बांटा जाता है. एक भाग गरीबों और जरूरतमंदों को दिया जाता है, दूसरा भाग रिश्तेदारों और दोस्तों को दिया जाता है, और तीसरा भाग खुद रखा जाता है. ये त्योहार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने और समाज में भाईचारे और सद्भावना को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है.
पाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया और जापान में आज मनाई जा रही ईद
इस्लाम धर्म में चाँद को विशेष महत्व दिया जाता है. इस्लामिक महीने चांद की स्थिति पर निर्भर करते हैं. कोई भी इस्लामिक महीना नया चांद दिखने के बाद शुरू होता है. इस्लामिक महीने में 29 दिन या 30 दिन होते हैं, यह चांद दिखने पर ही निर्धारित होता है. भौगोलिक रूप से यह संभव है कि देश के एक हिस्से में चांद दूसरे हिस्सों से पहले निकले. भारत समेत कुछ एशियाई देशों में धुल हिज्जा का चांद 7 जून को दिखा था, इसीलिए भारत में ईद उल अजहा 17 जून, सोमवार को मनाई जा रही है. भारत के अलावा पाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया, जापान, ब्रूनेई और होंग कोंग में 17 जून के दिन ही ईद मनाई जाने वाली है. वहीं, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कतर, कुवैत, ओमान, जोरडन, सीरिया और इराक में ईद उल अजहा 16 जून को मनाई गई.
गाजीपुर स्लॉटर हाउस में की तीन दिन के लिए कुर्बानी की व्यवस्था
ईद उल अजहा (बकरीद) में कुर्बानी की परंपरा है. अगर आप दिल्ली में रहते हैं और कुर्बानी के लिए आप के पास जगह नहीं है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. कुर्बानी प्रक्रिया से किसी को दिक्कत न हो और साफ सफाई का ध्यान रखा जाए, इसके लिए दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित गाजीपुर स्लॉटर हाउस में कुर्बानी की व्यवस्था की गई है.
दिल्ली मीट मर्चेंट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी इरशाद कुरैशी ने बताया ईद अल-आधा के मद्देनजर गाजीपुर स्लॉटर हाउस में सोमवार ईद उल अज़हा से तीन दिनों तक के लिए कुर्बानी की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा की गाजीपुर स्लॉटर हाउस में सोमवार सुबह से लेकर शाम चार बजे तक स्लॉटर हाउस में कुर्बानी की जा सकती है.