विशेष संवाददाता
गाजियाबाद । लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर और पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के बीच विवाद गहराता जा रहा है। अब गाजियाबाद के सभी भाजपा विधायक, सांसद और मंत्री सीपी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। शुक्रवार देर रात योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री और साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के आवास पर सांसद अतुल गर्ग और भी विधायकों की बैठक हुई। इस बैठक में सभी ने कमिश्नर के व्यवहार की कड़ी निंदा की। शनिवार को इसे लेकर गाजियाबाद के दो विधायक ने सीएम योगी से भी मुलाकात की है।
पुलिस के प्रेसनोट जारी करने पर भड़के विधायक
गाजियाबाद के लोनी इलाके से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने 6 जून को एक टीवी चैनल को बयान दिया था। इसमें उन्होंने गाजियाबाद पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनके गनर हटा दिए गए। कुछ अफसरों ने सपा के एजेंट के तौर पर काम किया, जिसकी वजह से भाजपा को यूपी में कम सीटें मिलीं। विधायक के इस बयान पर डीसीपी (पुलिस लाइन) ने 7 जून को प्रेस नोट जारी कर आरोपों का खंडन किया। प्रेस नोट में कहा गया था कि विधायक के पास सरकार द्वारा स्वीकृत दो गनर हैं, जो बरकरार हैं।
पुलिस कमिश्नर रच रहे हत्या की साजिश
गाजियाबाद पुलिस की ओर से जारी बयान के बाद भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर आपा खो बैठे। 7 जून की शाम को ही उन्होंने यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह) और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजा। विधायक ने सीधे आरोप लगाया कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर विपक्ष से मिलीभगत कर मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। चुनाव में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को सुरक्षा दी गई और मेरी सुरक्षा हटा दी गई। ऐसे असुरक्षित माहौल में मैं यहीं रहूं या दूसरे राज्य में शरण लूं।
काबीना मंत्री सुनील शर्मा ने कहा चुनाव पर चर्चा हुई
यूपी सरकार में काबीना मंत्री सुनील शर्मा का कहना है कि यह सामान्य बैठक थी। इसमें विकास कार्यों और चुनाव पर चर्चा हुई। हालांकि बैठक के दौरान विधायकों के गनर हटा दिए जाने का मामला भी उठा। लेकिन इस पर समय देखकर पुलिस के उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी। कानून व्यवस्था पर शिकायत करने जैसी कोई बात नहीं हुई। प्रदेश की कानून व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है।