संवाददाता
नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी मंलवार को घोषित किए जाएंगे. इससे पहले जहाँ सत्तारूढ़ दल बीजेपी में हलचल बढ़ गई है. दिल्ली में नेताओं के बैठकों का दौर शुरू हो गया है. विपक्ष ने evm में गड़बड़ी और तमाम तरह की आशंका के बीच नतीजे वाले दिन के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है. सपा, कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों ने पहले ही अपने कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर मेगा मीटिंग चल रही है. नड्डा के घर चल रही बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं.
इसके अलावा बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, संगठन मंत्री बीएल संतोष, सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव, मनसुख मंडविया, बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और तरुण चुग भी मौजूद हैं. बैठक में चुनाव परिणाम आने से पहले सीटों को लेकर पार्टी असेसमेंट पर चर्चा की जाएगी. पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्रबंधन का काम देख रहे अश्वनी वैष्णव, विनोद तावड़े और तरुण चुग अपना-अपना असेसमेंट भी दे सकते हैं.
कल जीत के बाद कैसे मनेगा जश्न इस पर चर्चा
बीजेपी जीत के लिए आश्वस्त है. बैठक में कल नतीजों के बाद किस तरह से जीत का जश्न मनाया जाएगा, इस पर चर्चा हुई. कुछ राज्यों में जहां पर सीटें कम मिली और जहां पर बेहतर परिणाम रहा, उन सभी बातों पर चर्चा हुई. जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ मनोहर लाल खट्टर की अलग से बैठक हुई. हरियाणा में बीजेपी एग्जिट पोल में खराब प्रदर्शन कर रही है और आने वाले समय में वहां पर विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में हरियाणा को लेकर खट्टर से चर्चा हुई.
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की है. वहीं, शाम करीब 4 बजे वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे. बिहार में क्या बेहतर किया जा सकता है. नीतीश का सेहत साथ नहीं दे रहा है. यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आगे कोई नई रणनीति बन सकती है. दिल्ली के राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि नीतीश कुमार सेहत को लेकर भी मिले होंगे. एनडीए के दूसरे घटक दल नहीं मिलने आए, लेकिन सिर्फ नीतीश आए तो इसको लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने उम्मीदवारों से कहा है कि किसी भी प्रकार के भाजपाई बहकावे में न आइएगा. पूरी तरह से सतर्क, सचेत और सावधान रहिएगा. सपा प्रमुख ने मतगणना खत्म होने और जीत का सर्टिफिकेट मिलने तक पूरी तरह से सजग और सचेत रहिएगा और बीजेपी वालों के बहकावे में नहीं आइएगा.
उधर कांग्रेस ने यूपी में पार्टी मुख्यालय से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय तक विशेषज्ञों की टीम तैनात करने का दावा किया है. वहीं यूपी कांग्रेस ने तो हल्ला बोल टीम तैनात करने का दावा किया. काउंटिंग स्थल से लेकर प्रदेश और देश की राजधानी तक सभी विशेषज्ञ और बड़े नेता एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे. यही नहीं जिले, स्टेट और नेशनल लेवल पर वार रूम ,लीगल दस्ता की तैनाती की गई है. मतगणना स्थल पर हल्ला बोल टीम, आंदोलन और घेराव का दस्ता हर वक्त मुस्तैद रहेगा.
विपक्ष का कहना है कि मतगणना के वक्त सबसे पहले पोस्टल बैलट गिनने का नियम है, जिसे चुनाव आयोग इस एक गाइडलाइन के जरिए बदल दिया है. इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने मांग की कि पहले पोस्टल बैलट गिना जाय फिर ईवीएम के वोटों की गिनती हो. विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग मतगणना की प्रक्रिया के स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करे और उसे लागू करना सुनिश्चित करे.
उन्होंने आयोग से मांग की कि ईवीएम का कंट्रोल यूनिट सीसीटीवी की निगरानी में रहे और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो. ईवीएम की कंट्रोल यूनिट में मतदान प्रक्रिया की शुरुआत और समापन के समय और तारीख का मिलान किया जाए. ईवीएम सील करते वक्त जो पर्ची और टैग लगाया जाता है उसे वेरिफिकेशन के लिए सभी मतगणना एजेंट को दिखाया जाना चाहिए.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार में महंगाई बढ़ी, अमीरों के लोन माफ हुए और मणिपुर जैसी घटनाएं हुईं.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, पेपर लीक कराए, बेरोज़गारी बढ़ी, महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया. यही नहीं मणिपुर में हिंसा हुई. सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि इलेक्टोरल बॉण्ड सें मंहगाई बढ़ी. नोटबंदी से गरीबी बढ़ी. खाद की बोरी की चोरी की. अमीरों के लोन माफ किए. किसानों को ख़ुदकुशी पर मजबूर किया. अपराधियों को अपनी पार्टी में शामिल किया.