संवाददाता
नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में 25 मई को वोट डाले जाने है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का इंडिया गठबंधन के बैनर तले दिल्ली में बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं, लेकिन अब तक दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व की कोई साझा रैली या रोड शो दिल्ली में नहीं हुआ है. इतना ही नहीं वोटिंग से पहले इसका को प्रस्ताव भी नहीं है. आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अपने चार उम्मीदवारों के साथ साथ कांग्रेस के दो उम्मीदवारों के लिए भी बड़े रोड शो किए हैं और सातवां भी प्रस्तावित है, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने आप के किसी प्रत्याशी के लोकसभा क्षेत्र में कोई चुनावी कार्यक्रम नहीं किया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद 31 मार्च को इंडी गठबंधन की पहली बड़ी रैली दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई थी. रैली में कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. तो आप के अन्य नेताओं के साथ अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी उपस्थित थीं. इस मंच की तस्वीर से संदेश गया था कि आप और कांग्रेस पूरी ताकत के साथ एकजुटता के साथ दिल्ली का चुनाव लड़ेंगे, जहां की सातों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
अब छठे राउंड में दिल्ली की सातों सीटों पर शनिवार यानी 25 मई को चुनाव होना है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अंतरिम जमानत पर चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. वो दिल्ली में छह बड़े रोड शो कर चुके हैं, जिनमे से दो कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज और जयप्रकाश अग्रवाल के इलाके में किए और अनेकों नुक्कड़-सभा कर चुके हैं. कांग्रेस के ही एक बचे प्रत्याशी कन्हैया कुमार के लिए वो मंगलवार को रोड शो करेंगे. लेकिन अब तक कांग्रेस के किसी शीर्ष नेता की रैली या रोड शो किसी AAP उम्मीदवार के क्षेत्र में नहीं हुआ है.
दरअसल, राहुल गांधी की अब तक एक ही रैली शनिवार को चांदनी चौक इलाके में हुई है, जिसमें अरविंद केजरीवाल आमंत्रित नहीं थे. इस रैली में राहुल गांधी ने ये नारा जरूर लगाया कि इस बार वो आप को वोट देंगे और केजरीवाल कांग्रेस को. दरअसल राहुल गांधी का वोट नई दिल्ली में है, जहां AAP चुनाव लड़ रही है और अरविंद केजरीवाल का चाँदनी चौक में, जहां कांग्रेस चुनावी अखाड़े में है.
अब मंगलवार शाम को अरविंद केजरीवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार के लिए रोड शो करेंगे. मल्लिकार्जुन खरगे भी बुधवार को उत्तर पश्चिम दिल्ली में उदित राज के लिए रैली करेंगे, तो राहुल गांधी गुरुवार को कन्हैया कुमार के लिए. लेकिन इन दोनों कार्यक्रमों में भी अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित नहीं किया गया है.
ऐसे में ये सवाल जरूर उठता है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने ना तो आप के किसी उम्मीदवार के क्षेत्र में बड़ा कार्यक्रम किया है और ना ही अपने कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया है. ऐसा किसी खास रणनीति के तहत किया गया है या फिर भविष्य की राजनीति को देखते हुए दूरी बनाकर ही संबंध जारी रखने का फैसला लिया गया है.