संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की बैठक शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. तख्ती लेकर पहुचें भाजपा पार्षद वेल में आ गए और मेयर चुनाव की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. भाजपा पार्षदों के हाथों में लिए तख्ती पर लिखा था..”दलित महापौर को कुर्सी पर बिठाओ, दलित विरोधी केजरीवाल इस्तीफा दे दो. इसके अलावा आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के आरोपी को लेकर भी भाजपा पार्षदों ने नारेबाजी की.
इस दौरान मेयर शैली ओबेरॉय ने भाजपा पार्षदों को अपनी सीट पर बैठने की अपील की, लेकिन भाजपा पार्षद नहीं माने. जिसके बाद मेयर ने बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया और आचार संहिता होने की वजह से सभी प्रस्ताव को भी स्थगित कर दिया. बता दें की दिल्ली नगर निगम में तीसरे टर्म के मेयर का चुनाव नामांकन के बाद भी नहीं हुआ है. पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर पेच फंसा हुआ है.
दरअसल, उपराज्यपाल का कहना है कि पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री की तरफ से अनुमोदन जरूरी है, लेकिन मुख्यमंत्री के जेल में होने की वजह से वह अनुमोदन नहीं कर पाए है. हालांकि अभी वह जेल से बाहर है, लेकिन मुख्यमंत्री के तौर पर काम करने की उन्हें इजाजत नहीं है. उन्हें चुनाव प्रचार के लिए 1 जून तक के लिए जेल से रिहा किया है. इस दौरान वह मुख्यमंत्री के तौर पर कोई काम नहीं कर सकते है.
वही, नेता विपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा की दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरमैन के साथ सीएम आवास में दुर्व्यवहार को लेकर निंदा प्रस्ताव लाने वाले थे, लेकिन इसका पता जैसे ही मेयर शैली ऑबराय को चला उन्होंने कार्यवाही को स्थगित कर दी. उन्होंने कहा कि सीएम आवास में स्वाति मालीवाल के साथ जो हुआ वह निंदनीय है. ये गलत व्यवहार सिर्फ स्वाति मालीवाल के साथ नहीं हुआ, बल्कि दिल्ली की महिलाओं के साथ हो रहा है. इस व्यवहार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी दिल्ली नगर निगम में निंदा प्रस्ताव लेकर आई थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी का महिला विरोधी चेहरा सामन आया.