संवाददाता
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से गठबंधन टूटने के बाद अपना दल कमेरावादी अखिलेश की मुश्किलें बढ़ा सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गठबंधन टूटने के बाद अपना दल कमेरावादी यूपी की एक दर्जन सीट पर अकेले चुनाव लड़ सकती है.
इससे पहले अपना दल कमेरावादी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी थी, जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनसे गठबंधन नहीं होने की बात कह दी. सपा से गठबंधन टूटने के बाद अपना दल अब और सीटों पर भी चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गई है. अपना दल (क) कुर्मी वोट बाहुल्य करीब एक दर्जन सीटों से प्रत्याशी उतार सकती हैं.
इन सीटों पर लड़ सकते हैं चुनाव
सूत्रों के मुताबिक अपना दल कमेरावादी फूलपुर, मिर्जापुर, कौशाम्बी के अलावा प्रतापगढ़, बांदा से भी चुनाव लड़ सकती है. इसके अलावा यूपी की भदोही, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, राबर्ट्सगंज समेत एक दर्जन सीट पर उम्मीदवार लड़ाए जा सकते हैं. अपना दल (क) के अलग होने के बाद अब इंडिया गठबंधन से एक और घटक दल अलग हो गया है.
दरअसल अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल सपा ने पूर्वांचल में तीन सीटें दिए जाने का दबाव बना रही थी, लेकिन अखिलेश यादव इसके लिए तैयार नहीं थे. गुरुवार को सपा अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस साफ कर दिया कि सपा और अपना दल कमेरावादी में कोई गठबंधन नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन सिर्फ 2022 तक ही था, 2024 में उनसे गठबंधन नहीं है.
इससे पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल की सपा से खुलकर नाराजगी देखने को मिली थी, जब पल्लवी ने सपा प्रत्याशी को वोट देने से भी इनकार कर दिया था. यही नहीं वोटिंग के दिन भी पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच फोन पर तीखी बहस हुई थी. जिसके बाद से सपा अध्यक्ष उनसे नाराज थे.