संवाददाता
निर्माता रौशन सिंह, सह निर्माता शर्मिला आर सिंह,निर्देशक प्रेमांशु सिंह और सुपर स्टार खेसारीलाल यादव की बहुप्रतीक्षित फिल्म “रंग दे बसंती” 22 मार्च को पेन इंडिया रिलीज होना है, लेकिन उससे पहले फिल्म के टाइटल पर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने एतराज जाता दिया है। खेसारीलाल यादव की भोजपुरी फिल्म ‘रंग दे बसंती’ को अपने शीर्षक को लेकर सेंसर बोर्ड अध्यक्ष से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिल्म के निर्माता रौशन सिंह ने बताया कि उन्हें सीबीएफसी से एक कॉल आया था, जिसमें पहले रिलीज हुई हिंदी फिल्म के समान शीर्षक होने के कारण फिल्म के शीर्षक में बदलाव का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा कि मुझसे रवि नाम के किसी व्यक्ति ने संपर्क किया था, जिसने मेरी फिल्म के शीर्षक में बदलाव का अनुरोध किया था।
रौशन सिंह ने बताया कि फिल्म की स्क्रीनिंग हो चुकी है, और हमें यूए प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक कुछ कट्स के बारे में सूचित किया गया।जो बोर्ड के ऑफिसियल वेबसाइट पर भी दर्ज है। उन्होंने कहा कि जब हमने इस बाबत जानकारी के लिए सेंसर बोर्ड कार्यालय में संपर्क किया तो बताया गया कि आपका मामला सेंसर बोर्ड अध्यक्ष के कार्यालय से लंबित है।जो ऑफिसियल वेबसाइट पर भी दर्ज है।मैंने 5 मार्च को एक पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी चाही मगर कारण क्या है अभी तक बताया नही जा रहा है।और 8 मार्च को मुझे फोन कर फ़िल्म का शिर्षक बदलने का अनुरोध किया गया।
निर्माता रौशन सिंह ने बताया कि यदि जल्द ही कोई प्रगति नहीं हुई, तो हम अपने विकल्प तलाशेंगे। मैं शीर्षक बदलने को तैयार नहीं हूं क्योंकि यह अव्यावहारिक होगा। शीर्षक पूरी तरह मेरा है, और यह भोजपुरी में है। उन्होंने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि हमें हिंदी फिल्म के शीर्षक की समानता के संबंध में एक कमजोर बहाना प्रदान किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि हाल ही में, ‘कभी खुशी कभी गम’ नामक एक भोजपुरी फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दे दी गई थी।
निर्माता रौशन सिंह ने बताया कि मेरी फिल्म के मामले में जानबूझ कर प्रक्रिया में देरी की जा रही है।उन्होंने हिंदी फिल्म ‘रंग दे बसंती’ में सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी की भागीदा