विशेष संवाददाता
मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं की एक बैठक शरद पवार के घर पर हुई है. इस बैठक में सभी 48 लोकसभा सीटों के बंटवारे पर चर्चा की गई. पवार के ‘सिल्वर ओक’ आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस के अलावा, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शीर्ष नेता शामिल हुए.
सूत्रों के मुताबिक जो फॉर्मूला निकलकर सामने आया है उसके मुताबिक, उद्धव ठाकरे शिव सेना को 21, कांग्रेस को 15, एनसीपी शरद पवार को 9, वीबीए को 2 और राजू शेट्टी स्वाभिमानी पक्ष को एक सीट दी जाएगी. हालांकि यह सीट बंटवारे का एक संभावित फार्मूला है जिसकी पुष्टि एमवीए नेताओं के सूत्रों ने की है. सूत्रों ने बताया कि यह अब तक सीट शेयरिंग का एक संभावित फॉर्मूला है जिस पर अंतिम फैसला वरिष्ठ नेता लेंगे.
4 मार्च को होगी कांग्रेस नेताओं की बैठक
सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि जिस सीट पर जिस पार्टी का सांसद है, वह सीट उसी को दी जाएगी, भले ही उम्मीदवार ने पार्टी बदल ली हो लेकिन टिकट उसी पार्टी को मिलेगा. साथ ही 4 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की अहम बैठक होगी जिसमें फिर से उम्मीदवारी पर चर्चा होगी और उसके बाद नामों पर मुहर लगाई जाएगी.विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने गुरुवार को कहा कि उसने सभी 48 लोकसभा सीटों पर सीट-बंटवारे पर चर्चा पूरी कर ली है.
बैठक के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि सीट-बंटवारे की प्रक्रिया वैकल्पिक योग्यता के आधार पर तय की गई और फॉर्मूले पर जल्द ही एमवीए के शीर्ष नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.उन्होंने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ती है. हमारा सीट-बंटवारा फॉर्मूला वैकल्पिक योग्यता पर आधारित है.
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था. महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी को 28 फीसदी और शिवसेना को 23 फीसदी वोट मिले थे. कुल मिलाकर एनडीए 51 फीसदी वोट के साथ यहां की 41 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि, शिवसेना में टूट पड़ने के बाद 12 सीटें शिंदे गुट और 6 सीटें उद्धव ठाकरे गुट के पास हैं.