संवाददाता
गाजियाबाद। छह माह से लगातार अनसुनी की जा रही मांगों के कारण सोमवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने गाजियाबाद नगर निगम सफाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल शुरू कर दी।
हड़ताल चौथे दिन भी जारी है बृहस्पतिवार को नगर निगम कार्यालय से कलक्ट्रेट तक रैली निकालकर सफाई कर्मचारियों ने मतांतरण की धमकी दी है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी।
क्या हैं सफाई कर्मचारियों की मांगें
सफाई कर्मचारियों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांग है कि सीएलसी कंपनी के माध्यम से नगर निगम में सफाई का कार्य कर रहे 2,400 सफाई कर्मचारी और बोर्ड से स्वीकृत 2,760 सफाई कर्मचारियों की लगभग 10 करोड़ रुपये की पीएफ धनराशि उनके बैंकखाते में जमा कराई जाए और इन कर्मचारियों की स्थायी तैनाती की जाए।
इसके अलावा नगर निगम में 3,600 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाए। कार्यवाहक सफाई नायकों को स्थायी सफाई नायक घोषित किया जाए। ठेके पर वाहनों को चलाने की व्यवस्था समाप्त हो और कूड़े से हो रही आय की 60 प्रतिशत धनराशि स्वीपर वेलफेयर फंड में जमा कराया जाए।
उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राहुल चौहान वाल्मिकी ने बताया कि सफाई व्यवस्था प्रभावित होने की जिम्मेदारी नगर निगम के अधिकारियों की है। विरोध प्रदर्शन के दौरान शक्ति जीनवाल, मोहित जीनवाल, आजाद वाल्मिकी, सतीश, संजय टाक सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।