संवाददाता
गाजियाबाद। करीब तीन साल बेहतरीन कार्यकाल के उपरांत गाजियाबाद डीएम आरके सिंह के कानपुर रवानगी हो गई और उनके स्थान पर अलीगढ़ में डीएम रहे इंद्र विक्रम सिंह को गाजियाबाद का नया डीएम बनाया गया है।
अलीगढ़ में डेढ़ साल डीएम रहे इंद्र विक्रम सिंह ने जून 2022 में वहां अपना कार्यभार ग्रहण किया था। डेढ़ साल की अवधि में उन्होंने अपने पुराने अनुभव का फायदा उठाते हुए काफी विकास कार्य किए। सरकार की प्राथमिकता वाले निर्माण कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया। सतत निगरानी से राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण समय पर पूरा कराया। पुराने कलक्ट्रेट परिसर में भी जीर्णोद्धार से नया रूप देने का प्रयास किया।
नगर निकाय चुनाव भी शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया। किसानों से लेकर व्यापारी वर्ग तक में डीएम की अच्छी पहचान थी। साल 2000 में इन्द्र विक्रम सिंह अलीगढ़ की कोल, अतरौली और इगलास तहसील के एसडीएम हुआ करते थे। इसके बाद उन्हें साल 2008 में अलीगढ़ में ही एडीएम वित्त एवं राजस्व बनाया गया और फिर एडीएम सिटी भी रहे। वे साल 2011 में अलीगढ़ डिवेलपमेंट ऑथरिटी के सचिव भी बने। इसी के बाद इंद्र विक्रम सिंह को पीसीएस से आईएएस में प्रमोट कर दिया गया था। अलीगढ का डीएम रहने से पहले इंद्र विक्रम सिंह ‘शामली , शाहजहां पुर और बलिया के डीएम भी रहे हैं।
अपने काम को लेकर चर्चा में रहने वाले अफसर इंद्र विक्रम उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले है। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन लेवल की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी के एग्जाम की तैयारी शुरू की। इंद्र विक्रम सिंह अपनी सादगी के साथ काम करने के तरीकों को लेकर भी अकसर चर्चा में रहते हैं। वह बीच बीच में अपने जिले में सरकारी ऑफिसों में औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। लोग उनके वर्किंग स्टाइल के कायल हैं।
लोग उनकी सादगी के कायल है
कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर अलीगढ़ डीएम की एक तस्वीर खूब वायरल हुई थी। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह की वह तस्वीर जिसने भी देखी तारीफ़े करते नहीं थका। दरअसल अलीगढ़ डीएम के पास एक फरियादी पहुंचा था जिसके दोनों पैर सेप्टिक वजह से बेकार हो गए थे। उसे इलाज के लिए पैसे की ज़रूरत थी। इंद्र विक्रम कुमार ने ना सिर्फ़ उनकी मदद की बल्की उनके पास बैठकर उनकी सारी परेशानी सुनी। यह खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई पूरे देश में जिलाधिकारी की सादगी के लोग कायल हो गए।
दरअसल, इंद्र विक्रम सिंह अपने दफ़्तर में बैठे थे, उन्हें यह पता चला कि दोनो पैर से अपंग व्यक्ति उनके कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर आया है। वह तुरंत अपने दफ़्तर से बाहर निकल कर उस व्यक्ति से मिलने पहुंच गए। दिव्यांग व्यक्ति के पास नीचे बैठकर उसकी फरियाद सुनी। दिव्यांग अमरेंद्र सिंह ने डीएम को बताया कि काफी वक़्त से पैर में जख्म है जिसके इलाज कराने में वह असमर्थ है। इतना सुनते ही तुरंत डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने. रेड क्रॉस सोसाइटी से इलाज के लिए 13 हज़ार रुपए की मदद की। इसके साथ ही इलाज के लिए हर मुमकिन मदद का भी आश्वासन दिया। उनकी यह सादगी देख लोगों ने कहा कि ज़िलाधिकारी हो तो ऐसा।