संवाददाता
गाजियाबाद । गाजियाबाद में सोमवार को कुछ संत बीच सड़क पर गद्दे डालकर अनशन पर बैठ गए हैं। इन संतों की मांग है कि उनके गुरू महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को जेड़ प्लस सुरक्षा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को लगातार मिल रही धमकियों के कारण उनके शिष्य सरकार से उन्हें जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग कर रहे हैं। रविवार को जब यति सन्यासी अपनी मांग को लेकर सांसद वीके सिंह से मिलने उनके आवास जा रहे थे तो पुलिस द्वारा उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया। जिसके बाद यति सन्यासी जिला मुख्यालय के बाहर टेंट लगाकर आमरण अनशन पर बैठ गए थे। रविवार की रात को अधिक सर्दी का हवाला देकर पुलिस प्रशासन ने उन्हें वहां से रातभर के लिए हटने को कहा था। उनके जाने के बाद उनका टेंट उखाड़ कर फेंक दिया गया। जब सोमवार की सुबह यति सन्यासी दोबारा लौटे तो वहां टेंट नहीं पाकर वे सड़क पर बैठ गए और गाजियाबाद हापुड़ रोड जाम कर दिया।
आपको बता दें कि गाजियाबाद में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को जेड प्लस सुरक्षा दिए जाने की मांग को लेकर यहां के संत आंदोलनरत हैं। रविवार की रात भी उन्होंने धरना दिया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने अधिक ठंड की धुहाई देते हुए सुबह तक धरना समाप्त करने की बात कही थी। जिसके बाद सोमवार की सुबह दर्जनों संत फिर से डीएम आफिस पहुंच गए और डीएम आफिस के बाहर सड़क पर अनशन पर बैठ गए। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि अब स्वयं सड़क पर उतरेंगे।
बता दें कि यति सन्यासी चाहते है कि उन्हे जल्द जेड़ प्लस सुरक्षा दी जाए। अपनी इस मांग को लेकर वे गृहमंत्री अमित शाह के ऑफिस में अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। उन्हें वहां से आश्वासन दिया गया था। यति रणसिंहानंद गिरी ने बताया कि डासना स्थित शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। फिलहाल उन्हें सरकार की तरफ से एक गनर दिया हुआ है। जबकि उन्हें मिल रही धमकियों को देखते हुए जेड सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल फिलहाल अलीगढ़ और एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकवादियों ने भी स्वीकरा किया है कि यति नरसिंहानंद गिरी उनके निशाने पर है।
पुलिस ने श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा और गणतंत्र दिवस को लेकर ये अनशन एक हफ्ते के लिए टालने का आग्रह किया था, उसके बाद इसकी तारीख सात दिन आगे बढ़ा दी गई थी।