संवाददाता
नई दिल्ली। देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शोभा बढ़ा रहे हैं। इस दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी गई। कर्तव्य पथ पर ‘विकसित भारत और भारत लोकतंत्र की जननी है’ थीम पर कार्यक्रम संपन्र हुआ। मुख्य अतिथि के तौर पर यहाँ फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैनुअल मैक्रों आए। उनके अलावा 13 हजार विशेष अतिथि भी मौजूद रहे । परेड की शुरुआत मिलिट्री बैंड की जगह शंख नगाड़ों से हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और व उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों की आगवानी की। राष्ट्रपति मुर्मु व मुख्य अतिथि पारंपरिक बग्गी से कर्तव्य पथ पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने जनता का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान पीएम मोदी ने मैक्रों को गले लगाया और कुछ देर दोनों को बात करते हुए भी देखा गया।
कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पहुँच बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह कर्तव्य पथ पहुँचे। बता दें कि बग्गी की परंपरा भारत में करीबन 40 साल बाद फिर शुरू हुई है। 1984 में बाद ये पहला मौका है, जब राष्ट्रपति पारंपरिक बग्घी में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए निकलीं।
इस परेड में आत्मनिर्भर भारत का प्रदर्शन किया गया। साथ ही नारी शक्ति केंद्र रहीं। पहली बार 100 से महिला कलाकारों ने इस कार्यक्रम की शुरुआत वाद्ययंत्र बजाने से की। इसके पहले राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी भी दी गई। इसके बाद हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 से कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों के लिए फूलों की वर्षा हुई।
वहीं गणतंत्र दिवस परेड की अगुवाई दुनिया की एकमात्र घुड़सवार (कैवेलरी) रेजीमेंट द्वारा की गई। इसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया। इसके बाद 11 मैकेनाइज्ड कॉलम, 12 मार्चिंग टुकड़ियाँ और आर्मी एविएशन कोर की ओर से सलामी दी गई। वहीं परेड के दौरान कुल 25 झांकियाँ कर्तव्य पथ पर निकलनी है।
पहली बार कर्त्तव्य पथ पर परेड करते हुए तीनों सेनाओं से महिलाओं की एक टुकड़ी शामिल हुई। इस परेड का नेतृत्व सैन्य पुलिस की कैप्टन संध्या ने किया।
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस की महिलाकर्मी ‘नारी शक्ति’ कौशल का प्रदर्शन कर रही हैं। मोटरसाइकिलों पर सवार 265 महिला बाइकर्स ने शौर्य और वीरता का प्रदर्शन किया।
इस बार की परेड में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 16 झांकियों ने हिस्सा लिया, जबकि केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की नौ झांकियां भी शामिल हुईं, लेकिन उत्तर प्रदेश की झांकी पर सभी की निगाहें टिकी रहीं, क्योंकि उत्तर प्रदेश की झांकी का भगवान श्रीराम ने बाल स्वरूप में नेतृत्व किया। झांकी विकसित भारत-समृद्ध विरासत पर आधारित है।
आसमान में धुंध के बीच 11 मैकेनाइज्ड कॉलम, 12 मार्चिंग टुकड़ियां और आर्मी एविएशन कोर के उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर ने सलामी दी। वहीं, वायु सेना के 46 विमानों द्वारा फ्लाई-पास्ट के साथ परेड संपन्न हुई। इस दौरान मिग 29, अपाचे, प्रचंड, डकोटा, राफेल सहित अन्य विमानों ने आसमान में करतब दिखाए।
बता दें कि भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू ने भी संदेश जारी किया वहीं पीएम मोदी ने भी इसकी शुभकामना दी है। इसके अलावा विदेशों से भी बधाई आई है। अमेरिका हो या ऑस्ट्रेलिया, कनाडा हो या फिर फ्रांस। सबने इस दिन की बधाई देते हुए भारत के साथ मैत्री संबंधों पर चर्चा की। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने तो पीएम मोदी के साथ सेल्फी शेयर करके कहा, “मेरे दोस्त नरेंद्र मोदी और सभी भारतीयों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ। इस मौके पर आपके बीच आकर खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। खुशियाँ मनाएँ।”