संवाददाता
ग़ाज़ियाबाद। गाजियाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गाजियाबाद का एक पूरा गांव ही हनी ट्रैप के जाल में फंस गया है। गांव के लोगों ने अब पुलिस से रक्षा करने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में एक गिरोह सक्रिय है। गिरोह में शामिल दो युवतियां भोले-भाले ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करती हैं और फैसले का दबाव बनाकर रुपये ऐंठती हैं। पुलिस उपायुक्त ने मामले की जांच मसूरी क्षेत्र के एसीपी को सौंपी है।
यह है पूरा मामला
गाजियाबाद स्थित मसूरी थाना क्षेत्र के ग्राम निगरावली में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि एक गिरोह गांव के पुरुषों को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहा है। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों ने पुलिस उपायुक्त से की है। ग्रामीणों का आरोप है कि मसूरी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम निगरावली में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो सीधे-साधे ग्रामीणों को अपना शिकार बनाता है। शिकायत देने आए एक ग्रामीण अब्बास खां ने बताया कि ब्लैकमेलर गांव के युवकों को हनी ट्रैप में फंसाकर उन पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म का आरोप लगाता है। उसके बाद गिरोह के लोग मिलकर समझौता करने का दवाब बनाते हैं और पैसे की मांग करते हैं। अब्बास ने बताया कि इस गिरोह में 7 पुरुष और दो युवतियां शामिल हैं। ये अब तक 7 से 8 लाख रुपये अलग-अलग लोगों से ऐंठ चुके हैं।
अब तक 6 मुकदमे
मसूरी स्थित के ग्रामीण अब्बास कलवा, धर्मपाल शर्मा और अल्ताफ आदि कोतवाली मसूरी पहुंचे। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ग्रामीण युवकों को गिरोह हनी ट्रैप में फंसाकर छेड़छाड़ और दुष्कर्म का आरोप लगाता है और पैसे की मांग करता है। पैसा नहीं देने पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया जाता है। शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने 6 मुकदमे की कॉपी दिखाते हुए बताया कि ये इसी प्रकार के मुकदमे हैं, जो पिछले कुछ दिनों में गांव के युवकों पर हुए हैं। अल्ताफ ने बताया कि यह गिरोह आसपास के गांव में भी सक्रिय है। देहात जोन के डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने ग्रामीणों को न्याय का भरोसा दिया है। उन्होंने इस मामले की जांच एसीपी मसूरी को सौंपी है।