संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रामोत्सव ने त्योहार का रूप ले लिया है. नवरात्र और धनतेरस की तरह 22 जनवरी के लिए लोगों ने अभी तक करीब 22 हजार. इन दिनों सबसे ज्यादा मांग श्रीराम मंदिर मॉडल की है. यह तांबे, पीतल, चांदी, हार्डबोर्ड, लकड़ी के बनाए जा रहे हैं। हस्तशिल्प विभाग के मुताबिक अकेले 15 हजार से ज्यादा हस्तशिल्पी और कारीगर इन मॉडलों को तैयार कर रहे हैं.
यूपी रेडीमेड मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज शाह ने बताया कि भगवा रंग से जुड़े वस्त्रों की मांग ज्यादा है. टी शर्ट, कैप, हुडी, शाल से लेकर जैकेट तक की बुकिंग है. उधर खादी के कुर्ते और सदरी की मांग में पांच गुना तेजी आई है. सबसे ज्यादा फायदा कुम्हारों का है. अभी तक तक करीब दो करोड़ दीये बिक चुके हैं. माटी कला बोर्ड के मुताबिक, 22 जनवरी से पहले तक सभी जिलों के अलावा पड़ोसी जिलों से भी दीयों के आर्डर पेंडिंग है. हाल ये है कि सप्लाई नहीं हो पा रही है। उधर फेडरेशन आफ होटल-रेस्त्रां एंड स्वीट हाउस के पीके गुप्ता के मुताबिक 1.5 लाख किलो से ज्यादा लड्डुओं के एडवांस आर्डर पहले ही आ चुके हैं.
इसमें छोटे कस्बे, तहसीलों के आर्डर शामिल नहीं है। फूलों की कीमत भी इस वजह से बढ़ गई है. गेंदा और गुलाब की मांग को देखते हुए पूरे प्रदेश से मंगाया जा रहा है. चूंकि फूलों का अधिक समय तक भंडारण नहीं किया जा सकता इसलिए 19 तारीख से ही 22 की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. 15 के बाद सहालग भी हैं इसलिए 18 से 22 के बीच तीन गुना बुकिंग अभी से हो रही है.