संवाददाता
इंदौर । स्वच्छता में एक बार फिर से इंदौर ने बाजी मार ली और मां अहिल्या की नगरी के इस शहर के सिर पर फिर से नंबर वन का ताज सज गया. आज सुबह दिल्ली में इसकी घोषणा होते ही पूरे शहर के सफाईमित्रों और नगर निगम के कर्मचारियों में खुशी की लहर छा गई. ढोलक की थाप पर नगर निगम के स्वच्छताकर्मी नाचते हुए अपनी खुशी का इजहार करते नजर आए.
दरअसल, देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने लगातार सातवीं बार यह खिताब जीत लिया है. इस बार उसके साथ सूरत भी संयुक्त रूप से नंबर वन रहा. इसकी घोषणा नई दिल्ली में आयेाजित समारोह में गुरुवार सुबह 11 बजे की गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विजेता ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर ललवानी और निगमायुक्त हर्षिकासिंह को यह पुरस्कार प्रदान किया.
अवार्ड मिलते ही बजने लगे ढोल
इंदौर नगर निगम के साथ ही पूरे शहर को इस बार भी उम्मीद थी यह खिताब उनकी झोली में ही आएगा. इसके चलते नगर निगम के स्वच्छताकर्मियों ने पहले से ही जश्न की तैयारी कर रखी थी, जैसे ही इंदौर के नंबर 1 की घोषण हुई तो नगर निगम सहित निगम के झोनल कार्यालयों और अन्य स्थानों पर ढोल बजाने लगे और सफाईकर्मी, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी सभी ने जमकर नाचते हुए सफाई में सातवां आसमान छुने की खुशी का इजहार किया. इसके साथ ही एक-दूसरे को मिठाई भी खिलाई गई.
महापौर बोले- सबका योगदान है
लगातार सातवीं बार स्वच्छता खिताब जीतने पर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इसमें सफाई मित्र, जनता, अफसर और जनप्रतिनिधियों सबका योगदान है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जी ने हमें पहले ही अलर्ट कर दिया था कि इंदौर तैयार रहना, इस बार कोई दूसरा शहर बाजी मार सकता है. उनका यह बयान हमारे लिए रिचार्ज की तरह रहा. हम जमकर जुटे और नंबर 1 का ताज बनाए रखा.
महू भी बना नंबर 1
जिले की महू तहसील ने भी इतिहास रचते हुए स्वच्छता में नंबर 1 कंटोनमेंट बोर्ड का खिताब पहली बार जीता है. महू को गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रेटिंग मिली है.
गुजरात के शहर सूरत को भी सबसे स्वच्छ शहर के अवार्ड से नवाजा गया। एमपी के 6 और छत्तीसगढ़ के पांच शहरों को अवार्ड मिले हैं। वहीं, भोपाल को गार्बेज फ्री सिटी का अवार्ड मिला है। वहीं मध्यप्रदेश के अमरकंटक, महू और बुधनी को भी नेशनल अवॉर्ड मिला है।