संवाददाता
नोएडा। सेक्टर-113 थाना पुलिस ने जीनत मर्डर केस में अवैध रूप से भारत में रह रहे परिवार को हिरासत में ले लिया है। हत्या करने वाले ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन, मुख्य आरोपी इमरान हाशमी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। सूत्रों के मुताबिक, पूरे परिवार का वीजा साल-2022 में ही एक्सपायर हो गया था। इसके बावजूद ये लोग अवैध तरीके से इंडिया में रह रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से तेहरान (ईरान की राजधानी) का रहने वाला एक परिवार सेक्टर-113 थाना क्षेत्र के सेक्टर-116 में अपने रिश्तेदार के साथ किराये के मकान में रह रहा था। शुक्रवार की देर रात में परिवार के सदस्यों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी बीच जीनत की उसके पिता और रिश्तेदार इमरान हाशमी के बीच किसी बात को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। यह नोकझोंक देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गई। आरोप है कि इमरान ने जीनत के साथ मारपीट करते हुए उस पर चाकू से तोबड़तोड़ कई वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल जीनत को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा परिवार कई सालों से नोएडा में रह रहा था। जुलाई-2022 में इनका वीजा भी एक्सपायर हो चुका था। सूत्रों का कहना है कि यह हत्या पारिवारिक विवाद को लेकर नहीं हुई है, बल्कि आपसी बंटवारे को लेकर हुई है, लेकिन नोएडा पुलिस इसे पारिवारिक विवाद बता रही है। हत्या की वजह अभी तक सामने नहीं आई है।
पुलिस ने चार आरोपियों को भेजा जेल
पूछताछ में आरोपियों की पहचान 18 वर्षीय फ़ारसीद हामिदानी पुत्र असलम हामिदानी, 38 वर्षीय जरा बोदागीजाद्दे पत्नी असलम हामिदानी, 34 वर्षीय जिनाज़ रहिमीपुर पत्नी अली बोदागीजाद्दे नी वाहिद, 27 वर्षीय जीनत अहमदी पत्नी दाउद बोदागीजाद्दे के रूप में हुई है। इस मामले में मुख्य आरोपी इमरान हाशमी पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।
क्या कहती है पुलिस
एसीपी शैव्या गोयल ने बताया कि ईरानी युवती की हत्या के बाद पुलिस ने इस मामले में परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिसमें तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल है। इस मामले में मुख्य आरोपी इमरान हाशमी अभी फरार चल रहा है। उसकी पुलिस तलाश कर रही है।