विशेष संवाददाता
पटना। बिहार में बड़े सियासी उलटफेर की अटकलें तेज हैं। एक तरफ जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं हैं तो दूसरी ओर राजद भी अपनी सियासी जमीन तैयार करने में जुट गई है। राजनीतिक गलियारों में जदयू और राजद के बीच खटास की भी चर्चा होने लगी है। बिहार की सियासत में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है। लगता है जनता दल यूनाइटेड में सबकुछ ठीक नहीं है। लोकसभा चुनाव से पहले ही जदयू में राजनीतिक पारा हाई हो चुका है। माना जा रहा है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपने पद से किसी भी वक्त इस्तीफा दे सकते हैं। दूसरी तरफ बिहार के पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन अपनी पत्नी लवली आनंद के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे हैं। आनंद मोहन के इस तरह से सीएम आवास पर पहुंचने से सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।
राजनीतिक गलियारों में तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। कहा यह भी जा रहा है कि आनंद मोहन परिवार लालू यादव के लालटेन को छोड़कर नीतीश के तीर धनुष को थाम सकते हैं। हालांकि, अभी इस पर किसी भी तरह का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इधर खबर ये भी हैं कि 2011 से जूडीयू अध्यक्ष का पद संभाल सहे लल्लन सिंह इस्तीफा देकर राजद के साथ जा सकते हैं। लंबे समय से लालू यादव से उनकी करीबियत की खबरे चल रही थी।
सीएम आवास पर दो दिग्गज मंत्री भी रहे मौजूद
बता दें कि सीएम आवास पर नीतीश कुमार के दो दिग्गज मंत्री विजय चौधरी और विजेंद्र यादव भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पहले आनंद मोहन ने जदयू नेताओं के साथ मीटिंग की है। 29 दिसंबर को जदयू की कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है तो इसलिए इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि लवली आनंद 2024 के चुनाव में फिर से एक बार जदयू से मैदान में उतर सकती हैं। हालांकि, उनके बेटे फिलहाल आरजेडी से विधायक के तौर पर बने हुए हैं। आनंद मोहन तो पहले ही बयान दे चुके हैं कि वह आगामी चुनाव लड़ेंगे।
नीतीश और आनंद मोहन में इस बीच कई बार हो चुकी मुलाकात
बता दें कि इससे पहले भी नीतीश कुमार और आनंद मोहन में कई बार मुलाकात हो चुकी है। नीतीश कुमार इससे पहले सहरसा में उनके गांव भी गए थे। जहां उन्होंने एक मूर्ति का अनावरण किया था।
इस दौरान सीएम नीतीश ने उनकी जमकर तारीफ की थी। उन्होंने आनंद मोहन और लवली आनंद को अपना पुराना दोस्त बताया था।