जांबाज हापुड एसपी अभिषेक वर्मा के जन्मदिन पर विशेष खबर मीडिया समूह की शुभकामनाएं
संवाददाता
हापुड़। हापुड एसपी अभिषंक वर्मा के काम करने का हर अदाज निराला होता है। पोलिसिंग में अपने नए प्रयोग ईमानदार छवि, सख्त मिजाज और मानवीय दृष्टिकोण रखने वाले आईपीएस अभिषेक वर्मा का आज जन्मदिन हैं। विशेष खबर मीडिया समूह इस अवसर पर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देता हैं।
अपने काम को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाले अभिषेक वर्मा हापुड़ पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियानों के कारण फिर चर्चाओं में हैं। मोटरसाईकिलों में तेज आवाज साइलेंसरों के खिलाफ अभियान के बाद उन्होंने हापुड़ जिले में धार्मिक स्थलों पर लगे तेज आवाज वाले लाउडस्पीकरों के खिलाफ अभियान चलाया है। एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर सभी थाना प्रभारियों ने तय मानक से ज्यादा तेज आवाज करने वाले कुल 69 लाउडस्पीकरों को उतरवाकर कब्जे में लिया था। वहीं, कुछ की आवाज को तय नियम के अनुसार कम करा दिया गया। एसपी अभिषेक वर्मा द्वारा शिक्षण संस्थानों को उतारे गए लाउडस्पीकर को सौपा गया है।
एसपी के द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में सभी थाना प्रभारियों ने धर्मगुरुओं को सभी लाउडस्पीकरों की तय मानक के अनुसार धीमी आवाज के लिए कहा है। इस दौरान धर्मगुरुओं से अपील करते हुए कहा कि, ध्वनि का स्तर दिन के समय 75 डेसीबल और रात के समय डेसीबल 70 होना चाहिए। कमर्शियल में 65 डेसीबल और रात में 55 डेसीबल तय है। रेजिडेंशियल इलाके में दिन के वक़्त ध्वनि का स्तर 55 डेसीबल और रात के समय 45 डेसीबल की सीमा तय है। साइलेंस जोन में दिन में डेसीबल ओर रात में 40 डेसी बल तय सीमा के अनुसार है।
एसपी अभिषेक धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को लगातार चेक करा रहे है। जिन लाउडस्पीकर की आवाज मानक से अधिक मिली है। उन्हें सभी थाना प्रभारियों द्वारा तुरंत हटवा दिया गया है। कई लाउडस्पीकर की आवाज को कम भी कराया गया है। धार्मिक स्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकरो स्कूल प्रबंधनों को सौंपे है। इससे स्कूलों में प्रार्थना सभा की जाएगी, साथ ही इन्हें शिक्षण कार्य में प्रयोग किया जा सकेगा।
कुछ माह पहले एसपी अभिषेक वर्मा के आदेश पर जिले में तेज आवाज करने वाले साइलेंसर लगी मोटर साईकिलों को सीज करके उनके साइलेंसर उतरवाने का अभियान चलाया था जिसे जनता की खूब वाहवाही मिली थी। इस अभियान के दौरान बुलेट मोटरसाईकिलों में लगे फट फट साइलेंसर लगाने वाले कई मिस्त्रियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की गई। मोटर साईकिलों से उतरवाए गए तेज आवाज साइलेंसरों को एसपी ने बोलडोजर से रौंदकर नष्ट करवा दिया था।
बता दें कि 25 दिसंबर 1990 को जन्मे अभिषेक वर्मा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के रहने वाले हैं। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई की और 2016 में उत्तर प्रदेश कैडर चयन प्रक्रिया के माध्यम से आईपीएस अधिकारी बनने का गौरव हासिल किया।
इस वर्ष की शुरुआत में, एसपी अभिषेक वर्मा को उत्तर प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों के इतिहास वाले एक कुख्यात अपराधी से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा। इस शख्स ने अभिषेक वर्मा से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी. अपराधी, जिसने अपनी पहचान रोहित सक्सेना के रूप में बताई, उसने एसपी वर्मा को धमकी दी कि अगर फिरौती तुरंत नहीं दी गई तो उसके परिवार को नुकसान होगा। बाद में पता चला कि यह बदमाश वास्तव में बरेली का एक जाना-माना हिस्ट्रीशीटर था। उल्लेखनीय रूप से, एसपी वर्मा ने पहले बरेली में पुलिस उपाधीक्षक के रूप में कार्य किया था और अनसुलझे आपराधिक मामलों के लिए सक्सेना को गिरफ्तार था।
अभिषेक वर्मा को ग्रेटर नोएडा में एक अपहृत बच्चे को बचाने और 24 घंटे की उल्लेखनीय समय सीमा के भीतर शामिल अपराधियों को पकड़ने में उनके असाधारण प्रयासों के लिए एक प्रशंसा चिन्ह और एक प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, उन्हें जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने, आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने के लिए उनके अटूट समर्पण के लिए प्रशंसा मिली।
बता दें कि अभिषेक वर्मा गाजियाबाद में एसपी सिटी, औरेया में एसपी, पुलिस उपायुक्त कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर समेत कई जिलों की कमान संभाल चुके है। हापुड एसपी अभिषेक वर्मा का खौफ इस कदर है कि अपराधी भी उनके नाम से कांपते नजर आते है। उनके पिता आईपीएस रामलाल वर्मा इसी साल जून में सेवानिवृत्त हुए जिन्हें निर्भीक, निष्पक्ष, ईमानदार और बेहद सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में जाना जाता रहा हैं। उन्हें सख्त स्वभाव के कारण हंटरवाला आईपीएस भी कहा जाता है। अभिषेक वर्मा अपने पिता का नाम राेशन कर रहे हैं।