
संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष अजय राय ने करीब तीन माह बाद प्रदेश की नई कार्यकारिणी घोषित कर दी है। प्रदेश कार्यकारिणी की 130 की टीम में गाजियाबाद तीन चेहरों को स्थान मिला है। इनमें जिलाध्यक्ष और कांग्रेस के पुराने नेता रहे विजेंद्र यादव को भी प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है। गाजियाबाद में पार्टी ने जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान में रखा है।
इन चेहरों को मिली जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगी कांग्रेस ने गाजियाबाद से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुशांत गोयल और वर्तमान जिला अध्यक्ष विजेंद्र यादव को उत्तर प्रदेश कमेटी में महासचिव की जिम्मेदारी दी है। वहीं पंकज तंजानिया को उत्तर प्रदेश सचिव के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 16 उपाध्यक्ष, 38 महासचिव और 76 सचिव बनाए गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने सबसे अधिक 34 फीसदी ओबीसी चेहरों को संगठन में शामिल किया है। इसके बाद 31 फीसदी सामान्य वर्ग के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस ने गाजियाबाद से स्वर्ण, ओबीसी और दलित तीनों को साधने की कोशिश की है।
जिलाध्यक्ष पर जताया भरोसा
कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी में सुशांत गोयल पर पार्टी ने भरोसा जताते हुए उन्हें प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी है। सुशांत गोयल पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र हैं। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजेंद्र यादव को भी प्रदेश महासचिव का पद मिला है। विजेंद्र यादव मुरादनगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी रह चुके हैं। जिला कांग्रेस कमेटी एससी-एसटी के जिलाध्यक्ष पंकज तंजानिया पर भी शीर्ष नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए उन्हें प्रदेश सचिव बनाया है।