संवाददाता
नई दिल्ली। अपराध शाखा की उत्तरी रेंज-I टीम ने कंझावाला इलाके में हुई एक हत्या के फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान मोहित @ मुखिया के रूप में हुई है जिसके कब्जे से 01 पिस्तौल व 02 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपी की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल की गयी कार भी बरामद की गयी है।
इसी महीने की 2 नवंबर को एक पीसीआर कॉल मिली थी जिसमें बताया गया की आरोग्य अस्पताल, कंझावला दिल्ली के सामने गोलोबरी की घटना हुई है। घायल को बेहोशी की हालत में अग्रसेन इंटरनेशनल अस्पताल, रोहिणी, दिल्ली में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। इस सन्दर्भ में कंझावला थाने में हत्या का माला दर्ज किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तरी रेंज-I/अपराध शाखा की टीम को इस मामले पर काम करने का निर्देश दिया गया। संदिग्धों के बारे में तकनीकी व मुखबिरों के माध्यम से जानकारी एकत्रित की गयी।
जिसके बाद प्रधान सिपाही अमित, नरेंद्र और राजेश को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी मोहित @ मुखिया, जो थाना कंझावला, दिल्ली हत्या के मामले में वांछित है वह अपने सहयोगी से मिलने के लिए जापानी पार्क, रोहिणी, दिल्ली के पास आएगा। यदि समय पर कार्यवाही की जाए तो उसे अवैध हथियारों के साथ पकड़ा जा सकता है।
आरोपी को पकड़ने के लिए उपायुक्त संजय भाटिया ने सहायक आयुक्त विवेक त्यागी की देख रेख में निरीक्षक पंकज ठाकरान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया | जिसमे उप–निरीक्षक धर्मेंद्र, प्रधान सिपाही अमित, नरेंद्र , राजेश व दिनेश शामिल थे |
पुलिस टीम ने जापानी रोहिणी के पार्क में जाल बिछाया और आरोपी मोहित @ मुखिया को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया। उसकी तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 1 लोडेड पिस्तौल व 2 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर एक मारुति स्विफ्ट कार बरामद की गई।
पूछताछ के दौरान आरोपी मोहित @ मुखिया ने खुलासा किया कि मृतक अजय डबास, परवेश का करीबी दोस्त था। परवेश का चचेरा भाई प्रिंस नशे का आदी था और परवेश, लकी @ लोका को प्रिंस के नशे का आदि बनाने के लिए जिम्मेदार मानते थे। अजय डबास ने टेलीफोन पर प्रिंस को मिलने के लिए बुलाया। प्रिंस और लकी @ लोका बवाना के पास अजय डबास से मिले। वहां प्रिंस और लकी @ लोका ने अजय डबास और साहिल के साथ हाथापाई की। उस समय मौके पर एक मुनीश भी मौजूद था। मुनीश ने आरोपी अंकित मान, मोहित @ मुखिया और भरत राठी को पूरी घटना बताई और उन्होंने अजय डबास से मिलने का फैसला किया। ये चारों कंझावला दिल्ली स्थित आरोग्य अस्पताल पहुंचे। जहां अजय डबास ने मोहित @ मुखिया के साथ हाथापाई करने की कोशिश की, जिस पर अंकित मान ने अजय डबास पर गोली चला दी परिणामस्वरूप अजय डबास की मृत्यु हो गयी।
आरोपी मोहित @ मुखिया कंझावला का रहने वाला है और ग्रेजूएट है। पढाई पूरी करने बाद आसानी से पैसे कमाने के लिए वह इलाके के गुडा लोगों के संपर्क में आया और अपना दबदबा दिखाने के लिए वह अपराध की दुनिया में शामिल हो गया।