संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद में ‘जय माता दी’ का स्टीकर लगे वाहन का चालान काटने पर बवाल हो गया। हिन्दू रक्षा दल कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। चालान काटने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी से अभद्रता की और उसे सरेराह धमकाया। मोबाइल छीनने का प्रयास किया। वे इस कार्रवाई के विरोध में धरने पर बैठ गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
ये पूरा मामला रविवार शाम राजनगर एक्सटेंशन इलाके का है। बताया जा रहा है कि कैंटर के शीशे पर ‘जय माता दी’ का स्टीकर लगा हुआ था। ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसका चालान काट दिया। कैंटर ड्राइवर की सूचना पर हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी भैया अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। वे ट्रैफिक पुलिसकर्मी से भिड़ गए। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।पुलिस कार्रवाई के विरोध में हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ता राजनगर एक्सटेंशन में ही धरना देकर बैठ गए।
पुलिस कार्रवाई के विरोध में हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ता राजनगर एक्सटेंशन में ही धरना देकर बैठ गए।’तैने जय माता दी पर कैसे कर दिया’वीडियो में पिंकी भैया कह रहे हैं, ‘ओ भाई, एसपी ट्रैफिक से बात कर। अच्छा-अच्छा कर रहा है। फोन कर…फोन कर। तू इंस्पेक्टर को बुला, किसी को भी बुला। तू सुन, तैने जय माता दी पर कैसे कर दिया।’ इस पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी कहता है- ‘ये माननीय योगीजी का…’। पुलिसकर्मी को रोकते हुए पिंकी चौधरी ने ये भी कह डाला- ‘अरे योगी को बुला’। एक अन्य वीडियो में भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी भैया ने कहा, ‘ये केवल हिन्दू होने पर ऐसा काम कर रहा। इसे यहां चार्ज पर केवल इसीलिए लगाया होगा कि तू हिन्दू विरोधी काम करे। पहले इसने प्लेट नहीं लगा रखी थी। अनावश्यक परेशान करता था। थाने में परेशान करता था।’धरना देकर लगाए जय श्रीराम के नारेहंगामे के दौरान हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ता वहीं जमीन पर बैठ गए। उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। इस दौरान वाहनों की लंबी लाइन लग गई। इस मौके पर दल के अध्यक्ष ने कहा- हम भगवानों का नाम लेकर घर से निकलते हैं और ये हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और धरना दे रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। बता दें कि कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में आदेश दिया था कि जातिसूचक, सम्प्रदाय सूचक शब्द या चिह्न लिखने वाली गाड़ियों पर कार्रवाई की जाए।