विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक भगौड़ा घोषित और 20 हजार रुपए के इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद जाकिर निवासी गोविंद पुरी, दिल्ली, थाना ख्याला, दिल्ली में हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित था। इस ‘शातिर अपराधी पर 2013 से दिल्ली में हत्या, हत्या का प्रयास, पुलिस टीमों पर गोलीबारी, आर्म्स एक्ट आदि के कई आपराधिक मामलें दर्ज हैं ।
स्पेशल सेल के डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि स्पेशल सेल लगातार हार्डकोर वांटेड और इनामी अपराधियों की धरपकड़ पर काम कर रही है। इसी क्रम में ट्रांस यमुना रेंज के ,एसीपी राहुल कुमार सिंह और कैलाश बिष्ट की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया ने एक भगौड़ा घोषित अपराधी मोहम्मद जाकिर निवासी गोविंदपुरी को गिरफ्तार किया । आरोपी पर पांच हजार रुपये का इनाम था। उसके ऊपर ख्याला, दिल्ली के एक मामले में भी गिरफ्तारी पर 20,000/- का ईनाम घोषित था।
डीसीपी ने बताया इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया की टीम को एक खास इनपुट मिला था कि मोहम्मद जाकिर जो दिल्ली में वांछित था वह अपने सहयोगी से मिलने अक्षरधाम फ्लाईओवर के पास आएगा । इस सूचना पर जाल बिछाया गया और आरोपी मोहम्मद जाकिर, निवासी गोविंद पुरी, दिल्ली को अक्षरधाम फ्लाईओवर, दिल्ली के पास से पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद जाकिर एक कट्टर अपराधी है, जिसका दिल्ली में हत्या, हत्या का प्रयास, पुलिस पार्टियों पर गोलीबारी, शस्त्र अधिनियम आदि जैसी आपराधिक गतिविधियों का पुराना इतिहास है। उसने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और अविवाहित है। उनके पिता ओखला औद्योगिक क्षेत्र की एक फैक्ट्री में दर्जी का काम करते थे। वर्ष 2013 में, आरोपी को उसके साथियों के साथ एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कालिंदी कुंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान हाथापाई में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। फिर, 2016 में, उसे दिल्ली के पीएस ख्याला में दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की। उसी वर्ष, उसे फिर से फ़रीदाबाद में हत्या के प्रयास के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया, जिसमें उसने सह-आरोपी रणजीत के साथ, हाथापाई के दौरान एक पड़ोसी को घायल कर दिया था। साल 2018 में आरोपी को ख्याला मामले में जमानत मिल गई थी और तब से वह अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हो रहा था। साल 2022 में उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया और जून 2022 में उस पर 5000 रुपये का इनाम रखा गया। दिल्ली पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी पर 20,000 का इनाम घोषित किया गया था।
भगौड़ा घोषित होने के बाद, आरोपी भाग गया और नागालैंड के दीमापुर में एक सुदूर स्थान पर छिप गया, जिसकी व्यवस्था इलाके में उसके एक दोस्त ने की थी। आज जब आरोपी अपने साथियों और परिवार से मिलने दिल्ली आया तो उसे पकड़ लिया गया।