विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । अपराध शाखा की उत्तरी रेंज वन टीम ने हत्या के मामले में वांछित अपराधी आकाश उर्फ वीरू उर्फ चिरा को गिरफ्तार किया है जो भलस्वा डेयरी इलाके में 2019 में हुई हत्या के एक मामले वांछित था। वारदात के बाद से ही वह फरार चल रहा था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। उसके खिलाफ 10 अपराधिक मामलें दर्ज है।
अपराध शाखा के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया प्रधान सिपाही नितिन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि अपराधी आकाश @ वीरू @ चिरा जो थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली में हत्या के मामले में वांछित है वह महिंद्रा पार्क, जहांगीर पुरी, दिल्ली के क्षेत्र में छिपा हुआ है और अगर समय पर कार्यवाही की जाये तो उसे वहाँ से पकड़ा जा सकता है।
जानकारी के बाद सहायक आयुक्त विवेक त्यागी की देख रेख में और निरीक्षक सतीश मलिक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिसमें प्रधान सिपाही नितिन कुमार, नवल सिंह, मनदीप और नरेंद्र शामिल थे। इस टीम ने महिंद्रा पार्क, जहांगीर पुरी, दिल्ली के इलाके में जाल बिछाया गया और आरोपी आकाश @ वीरू @ चिरा को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान, आरोपी आकाश ने थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली के हत्या के एक मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने आगे खुलासा किया कि वर्ष 2019 में, उसने अपने सहयोगियों अजय, विशाल और दो जेसीएल के साथ मिलकर नवीन को चाकू मार दिया क्योंकि उसने आरोपी के दोस्त की प्रेमिका के बारे में कुछ टिप्पणी की थी। घायल होने के कारण पीड़िता ने दम तोड़ दिया। भलस्वा डेयरी पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी अजय को गिरफ्तार कर लिया गया और दो जेसीएल को पकड़ा गया था। मुख्य आरोपी आकाश को मामला दर्ज होने के बाद से गिरफ्तार नहीं किया गया था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किए गए थे। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वह दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में किराए के मकान में रहने लगा। इसके बाद, वह डकैती/ स्नैचिंग/ आर्म्स एक्ट आदि के कई अपराधिक मामलों में शामिल हो गया। वह अपनी गिरफ़्तारी से बचने के लिए नियमित रूप से अपने ठिकाने बदल रहा था।
आरोपी आकाश दिल्ली में ही पैदा हुआ था और केवल 7 वीं कक्षा तक पढ़ा है। इसके बाद वह मजदूरी करने लगा। अच्छी कमाई ना होने के कारण वह जहांगीर पुरी, दिल्ली क्षेत्र के बुरे तत्वों के संपर्क में आया और स्नैचिंग / डकैती / हत्या आदि अपराधिक मामलों में संलिप्त हो गया । उसे कई मामलों में गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन उसने पुलिस को थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली के हत्या मामले में अपनी भागीदारी के बारे में जानकारी नहीं दी।