भगवान दूधेश्वर की पूजा कर पूरे सावन मास की पूजा का फल प्राप्त करेंः श्रीमहंत नारायण गिरि
गाजियाबाद । सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर तथा श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि एक साथ तीन शुभ संयोग बन जाने से सावन के अंतिम सोमवार का महत्व और भी बढ गया है। एक साथ 3 संयोग बनने से भगवान शिव की पूजा करने से आज विशेष फल की प्राप्ति होगी।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि सावन मास समाप्ति की ओर है और आज सावन मास का अंतिम सोमवार है। आज सावन महीनाए सोमवार व्रत और प्रदोष व्रत का शुभ संयोग बन रहा है। ये तीनों ही शिवजी की पूजा के लिए ही समर्पित हैं और भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं। ऐसे में एक साथ तीन संयोग बनने पर सावन के आखिरी सोमवार का महत्व और भी बढ गया है।
आज देवाधिदेव महादेव की पूजा करने का भक्तों को तीन गुणा फल मिलेगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया अधिकमास के चलते इस बार सावन दो माह का रहा और 8 सोमवार का संयोग भी बना। फिर भी बहुत से भक्त किसी कारण से सावन सोमवार या सावन मास में भगवान की पूजा नहीं कर पाए हैं। ऐसे भक्तों के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ है। आज भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करने से वे सभी सावन सोमवार ही नहीं पूरे सावन मास की पूजा के बराबर फल प्राप्त कर सकते हैं। आज के दिन रूद्राभिषेक करने से भी भगवान दूधेश्वर भक्तों के सभी कष्ट दूर उनकी सभी मनोकामना पूरी कर देंगे। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि आज शाम 06.22 मिनट तक सावन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। ऐसे में सुबह सोमवार व्रत की पूजा व शाम को प्रदोष व्रत का पूजन करने भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी और जन्म-जन्मांतर के पापों से भी मुक्ति मिलेगी।