संवाददाता
गाजियाबाद । लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस का प्रदेश हाईकमान जहां अपने पुराने वोट बैंक को फिर से पार्टी की ओर वापस मोडऩे का शिद्दत के साथ प्रयास कर रहा है वहीं दूसरी ओर चुनाव से संबंधित हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए रखने की सलाह भी पार्टी के संगठन और पदाधिकारियों को दे रहा है। हाईकमान चाहता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कोई कोस कसर ना रह जाए। इसी कड़ी में संगठन एवं प्रदेश पदाधिकारियों को अभी से मुश्कें कसकर तैयार रहने को कहा गया है। साथ ही चुनाव के मद्देनजर प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों बने पोलिंग स्टेशनों के भौतिक सत्यापन, पुनर्गठन और नई इमारतों के पहचान किए जाने पर भी पैनी नजर रखने की सहाल दी गई है। ताकि, चुनाव के दौरान कांग्रेस के पक्ष में पडऩे वाले वोट मं किसी प्रकार की कोई कमी ना रह जाए।
अक्सर देखा गया है कि चुनाव के दौरान पार्टी के प्रत्याशियों को कम वोट मिलने पर संगठन के पदाधिकारी विपक्षी पार्टी के सिर पर ठिकरा फोड़ते हैं। खासतौर पर सत्ताधारी पक्ष के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में पडऩे वाले वोट में तमात तरह के रोड़े अटकाने का काम किया। चुनाव में हार के बाद ऐसे ही कारण समीक्षा बैठक के दौरान पार्टी हाईकमान को गिना दिए जाते हैं। खासतौर पर संगठन की बागड़ोर संभालने वाले ऐसा करके चतुराई से अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। कांग्रेस का पार्टी हाईकमान चाहता है कि ऐसा कोई भी बहाना संगठन चलाने वालों के हाथ ना आए, संगठन एवं प्रदेश के पदाधिकारी अभी से मुस्तैद होकर पार्टी के पक्ष में चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं।
बृजलाल खाबरी द्वारा पार्टी का संगठन चलाने वाले जिला और महानगर अध्यक्षों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लोकसभा निर्वाचन 2024 के दृष्टिïगत प्रदेश के समस्त जनपदों में जिला निर्वाचन अधिकारी, जिला अधिकारी, उप जिलाधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार आदि द्वारा 14 जुलाई से 24 जुलाई 2023 तक प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के पोलिंग स्टेशनों का सत्यापन, पुनर्गठन, नई इमारतों की पहचान का कार्य पूरा किया जा चुका होगा। इसी के तहत जिला निर्वाचन अधिकारी या जिलाधिकारी दिनांक 2 से 7 अगस्त तक किसी भी दिन मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे। बैठक में पोलिंग स्टेशनों के प्रस्ताव पर चर्चा होगी और ड्राफ्ट लिस्ट भी तैयार की जाएगी।
पत्र में कांग्रेस के प्रदेश बृजलाल खाबरी ने कहा है कि उसी दिन पोलिंग स्टेशनों की ड्राफ्ट सूची का प्रकाशन दावा और आपत्ति के लिए कर दिया जाएगा। बैठक के दौरान दावा एवं आपत्ति पर सुझाव भी मांगे जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने पत्र में कहा है कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से प्राप्त दावों, आपत्ति एवं सुझावों का निस्तारण करने के बाद पोलिंग स्टेशनों की सूची 16 अगस्त 2023 को फाइनल कर दी जाएगी। पत्र में बृजलाल खाबरी ने लिखा है कि सन् 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग स्टेशनों के बारे में बहुत सी शिकायतें प्राप्त हुई थीं। कई पोलिंग स्टेशनों को 3-4 किलोमीटर दूर कर दिया गया था। कुछ पोलिंग स्टेशन आबादी के बीच में होने के कारण दबंग लोगों द्वारा मतदान में बाधा डालने की शिकायतें मिली थीं। कुल मिलाकर पोलिंग स्टेशन सत्तापक्ष के दबाव में मनमाने ढ़ंग से बना दिए गए थे। बृजलाल खाबरी ने प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला एवं महानगर अध्यक्षों को सलाह दी है कि प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर पहुंचकर उनका भौतिक सत्यापन करें। जिला निर्वाचन अधिकारी या जिलाधिकारी की बैठक में पार्टी हित में पोलिंग स्टेशनों के पुनर्गठन के लिए लिखित दावा, आपत्ति एवं सुझाव तैयार करके बैठक में मुस्तैदी के साथ डटकर जिला और महानगर अध्यक्ष अपना पक्ष रखना सुनिश्चित करें।