संवाददाता
अयोध्या । श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में राम जन्मभूमि स्थल पर बन रहे भव्य मंदिर के पवित्र गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए औपचारिक रूप से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। जनवरी 2024 में होने वाले इस समारोह में लगभग 10,000 मेहमान मौजूद रहेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि उन्होंने 15 जनवरी से 24 जनवरी के बीच कई तारीखों की पेशकश की है। हालांकि, उन्होंने कहा, सटीक तारीख प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित की जाएगी। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास द्वारा हस्ताक्षरित निमंत्रण पत्र में कहा गया है कि पीएम की उपस्थिति से भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
तेजी से हो रहा काम
बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने समारोह के लिए एक अचूक, अतिथि-उन्मुख सुरक्षा तंत्र तैयार किया है। अयोध्या प्रशासन सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहा है क्योंकि उसे श्रद्धालुओं के काफी संख्या में आने की उम्मीद है। मंदिर का भूतल इस साल दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, निर्माण कार्य अब 18 घंटे की शिफ्ट की जगह, चौबीसों घंटे चलाया जा रहा है। मंदिर ट्रस्ट ने कार्यबल को 550 से बढ़ाकर लगभग 1,600 मजदूरों और तकनीशियनों तक कर दिया है। गौरतलब है कि मार्च में राम मंदिर को महज 15 दिनों में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान मिला था।
कार्यक्रम की तारीख
अयोध्या राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह 15-24 जनवरी, 2024 तक आयोजित किया जाएगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम दिन अभिषेक समारोह में शामिल होंगे। हालांकि, तारीख अभी भी प्रधानमंत्री को ही तय करना है। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर के कपाट प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों के लिए खुलेंगे। आम श्रद्धालु 25 जनवरी 2024 से मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। भव्य उद्घाटन की तैयारी अयोध्या तक ही सीमित नहीं है। सूत्रों ने कहा कि दुनिया भर में भारतीय दूतावास विभिन्न आयोजनों की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गर्भगृह का मुख्य द्वार सोने से मढ़वाया जाएगा, उस पर भी सोने की नक्काशी होगी। मंदिर का 161 फीट ऊंचा शिखर भी सोने से मढ़ा जाएगा।