संवाददाता
नई दिल्ली। गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 3 आरोपियों को अरेस्ट किया है। पुलिस ने बताया कि यह गैंग लड़के-लड़कियों का ब्रेनवॉश कराकर उनका धर्मांतरण कराता था। इनका निशाना नोएडा की कंपनियों में काम करने वाली युवतियां होती थीं। उन्होंने हाल ही में खोड़ा की रहने वाली एक युवती का भी धर्मांतरण कराया है। इस गैंग के अब तक 7 युवक-युवतियों का धर्मांतरण कराने की बात पुष्टि हुई है।
पुलिस ने शनिवार को जिन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें देवबंद मदरसे के छात्र अब्दुल्ला अहमद, कोचिंग चलाने वाले मोहम्मद मुशीर और प्राइवेट कंपनी का कर्मचारी राहिल शामिल है। इनमें से अब्दुल्ला और राहिल पहले हिंदू थे, जो अब मुस्लिम बन चुके हैं। अब्दुल्ला का पहले नाम सौरभ खुराना था और वह पलवल का रहने वाला है।
राहिल का नाम राहुल अग्रवाल था और वह दिल्ली के संगम विहार का रहने वाला है। साथ ही मोहम्मद मुशीर भी संगम विहार का रहने वाला है। बाकी जिन 4 अन्य लोगों का धर्मांतरण कराया गया है, उनमें अब्दुल्ला के 3 रिश्तेदार और एक दोस्त शामिल है।
इस गैंग का मकसद क्या था? कौन इसको फंडिंग कर रहे थे? मास्टरमाइंड कौन है? फिलहाल ये बातें अभी तक साफ नहीं पाई हैं।
पिता ने मोबाइल चेक किया तब बेटी ने धर्मांतरण की बात कबूली
यह मामला सामने आया गाजियाबाद में खोड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती की वजह से। वह नोएडा के सेक्टर-62 की एक कंपनी में बतौर टेलीकॉलर जॉब करती है।
उसके पिता ने बताया, ”मेरी बेटी का व्यवहार पिछले 5 महीने से एकदम बदल गया था। जब मैंने उसका मोबाइल चेक किया, तो उसमें धर्मांतरण करने की बात सामने आई। बेटी ने मेरे सामने भी कबूल किया कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है। वह शरिया कानून की पढ़ाई कर रही है।”
उन्होंने बताया, ”मेरी बेटी पूरी फैमिली से धर्म परिवर्तन करने के लिए कहने लगी। इसके बाद 7 जुलाई को मैंने इस बारे में खोड़ा थाने में राहुल अग्रवाल उर्फ राहिल के खिलाफ धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कराया।”
राहुल को अरेस्ट हुआ तो पूरे सिंडिकेट का हुआ पर्दाफाश
इसके बाद पुलिस ने राहुल अग्रवाल उर्फ राहिल को गिरफ्तार कर लिया। यहीं से धर्मांतरण के इस पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश होता चला गया।
DCP विवेक चंद्र यादव ने बताया, ”2017 में राहुल अग्रवाल 12वीं की पढ़ाई के दौरान कोचिंग लेने मोहम्मद मुशीर के दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट पर पहुंचा। तभी मुशीर ने उसका ब्रेनवॉश करना शुरू कर दिया। एक साल में उसने राहुल का धर्मांतरण भी करा दिया और वह राहुल से राहिल बन गया।”
DCP ने बताया, ”कोचिंग सेंटर के पास में ही अब्दुल्ला उर्फ सौरभ खुराना रहता है। अब्दुल्ला का इस कोचिंग पर आना-जाना था। AMU में साल 2014 में BDS की पढ़ाई के दौरान ही उसने भी धर्मांतरण कर लिया था। दिल्ली में मुशीर ने अपने कोचिंग सेंटर पर ही अब्दुल्ला और राहिल की मुलाकात कराई थी। इसके बाद राहिल ने नोएडा में जॉब करने वाली गाजियाबाद की युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया। आखिरकार शरीयत कानून के हिसाब से राहिल ने युवती से ऑनलाइन निकाह कर लिया और उसको भी इस्लाम के रास्ते पर ले आया।”
राहिल को लवर बॉय के रूप में किया पेश
DCP ने बताया, ”मुशीर और अब्दुल्ला ने राहुल अग्रवाल को लवर बॉय के रूप में आगे बढ़ाया। राहुल ने जिस युवती का धर्मांतरण किया, उसकी मॉनिटरिंग खुद अब्दुल्ला और मुशीर ने की, ताकि कोई गड़बड़ न होने पाए।”
उन्होंने बताया, ”हमें आरोपियों के मोबाइल से 600 से ज्यादा चैट्स, कुछ वॉट्सऐप ग्रुप, फोटो और वीडियो मिले हैं। ये गैंग प्रतिबंधित जाकिर नाइक के वीडियो देखता था। गाजियाबाद की युवती के कुछ आपत्तिजनक वीडियो भी राहिल के मोबाइल से मिले हैं। जिन्हें वह ब्लैकमेलिंग में इस्तेमाल कर सकता था। इसके अलावा सभी के बैंक खाते भी खंगाले जा रहे हैं।”
राहिल की कई राज्यों से चैट मिली
DCP ने बताया कि आरोपी राहिल की नेपाल के अलावा कर्नाटक आदि राज्यों के अलग-अलग लोगों से वॉट्सऐप चैट मिली है। विभिन्न राज्यों में जो जमात जाती है, उनके लोगों से राहिल बातचीत करता था। करीब 650 पेज की वॉट्सऐप चैट इस गैंग की है, जिसे पढ़ा जा रहा है।
ऐसे करवाते थे धर्मांतरण
- परिवार से भावनात्मक रूप से कटे हुए युवक-युवतियों को निशाना बनाते थे।
- धीरे-धीरे उन्हें उनके धर्म की कमियां बताते थे।
- इस्लाम को एकमात्र बचाने वाले धर्म के रूप में उनके सामने पेश करते थे।
- सबसे आखिर में सही मौका देखकर धर्मांतरण करा देते थे।