संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली का कूड़ा गाजियाबाद में डालने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। चौतरफा आरोपों से घिरने के बाद मुंसिपल कॉरपोरेशन दिल्ली (MCD) की मेयर डॉ. शैली ऑबरॉय ने सोमवार को पहली बार इस पर बयान दिया। मेयर ने साफ तौर पर कहा कि हमने जिस कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिया है, वही लैंडफिल साइट से बायो माइनिंग करके रिफ्यूज डिराइवड फ्यूज (RDF) को गाजियाबाद में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट पर भेज रही है और बाकायदा इसका MOU साइन हुआ है।
‘गाजियाबाद के प्लांट में RDF से बनते हैं प्रोडक्ट‘
आम आदमी पार्टी की मेयर डॉ. शैली ऑबरॉय ने कहा, दिल्ली में कूड़े के तीन पहाड़ हैं। MCD दिल्ली ने एजेंसी और कॉन्ट्रेक्टर के साथ MOU साइन किया है। ये एक इंटिग्रेटेड कॉन्ट्रेक्ट है। इसके अंतर्गत ये कंपनी लैंडफिल से बायो माइनिंग करके कूड़े को अलग करेगी और उसमें से RDF को निकालकर गाजियाबाद के वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में शिफ्ट करेगी। ये सब अलाउड है। वहां इसे रिसाइकल करके कई तरह के प्रोडक्ट बनाए जाते हैं।
‘MCD सीधे नहीं भेज रही कूड़ा, एजेंसी को दिया ठेका‘
मेयर शैली ऑबरॉय ने साफ तौर पर कहा, सीधे MCD गाजियाबाद में न तो कोई कूड़ा भेज रही और न ही MCD की गाड़ी इस काम में लगी हुई हैं। गाजियाबाद में जो ट्रक पकड़े गए हैं, वो MCD के नहीं हैं। MCD इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। हमने एजेंसी को ठेका दिया हुआ है और वो MOU के अनुसार ही सारे काम कर रही है। गाजियाबाद में कूड़ा डालने का आरोप राजनीति से प्रेरित है।