संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद से डेढ़ महीने से लापता पेपर मिल मालिक अनिल कुमार का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। परिजन भी उन्हें खोजकर थक चुके हैं वहीं पुलिस भी कुछ पता नहीं लगा पाई है।
अनिल के परिजन सोमवार को इकट्ठा होकर पुलिस कमिश्नर आफिस पहुंचे और बरामदगी की गुहार लगाई। परिजनों ने कारोबारी के बारे में किसी भी तरह की सूचना देने वाले को एक लाख रुपए इनाम देने का ऐलान किया है। उन्होंने इस तरह के पोस्टर कई जगह चिपकाए हैं और सोशल मीडिया पर वायरल भी किए हैं।
11 मई को ग्रेटर नोएडा से हुए लापता
42 वर्षीय अनिल कुमार गाजियाबाद में गांव सिहानी के रहने वाले हैं। मोरटा में उनकी पेपर मिल है। 11 मई को वे अपनी कार से बिजनेस के सिलसिले में ग्रेटर नोएडा गए थे। वहां निजी कंपनी के बाहर कर्मचारी को ड्रॉप किया और फिर वहां से दोस्त के घर ओमीक्रोन सोसाइटी-सेकेंड में चले गए।
इस सोसाइटी में वे सुबह साढ़े 11 बजे घुसे और डेढ़ बजे बाहर निकल आए। इसके बाद से अनिल न तो पेपर मिल पहुंचे और न ही वापस घर आए। इस पर परिजनों ने थाना नंदग्राम में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई।
परिजन बोले- कमिश्नर लें संज्ञान
भाई सुनील त्यागी ने कहा, ’45 दिन बाद भी अनिल का कुछ पता नहीं चला है। गाड़ी, मोबाइल, लैपटॉप के बारे में भी पुलिस कुछ सुराग नहीं लगा पाई है।’ भाई ने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि वे इस केस का खुद संज्ञान लें और ठोस कार्रवाई करें।
उधर, पुलिस ने बताया कि अनिल कुमार के मोबाइल की आखिरी लोकेशन ग्रेटर नोएडा में थी। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस की कई टीमें इस केस में जांच में जुटी हुई हैं।