
संवाददाता
गाजियाबाद । महापौर सुनीता दयाल के एक्शन से नगर निगम के कई अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है। निगम में लंबे समय से मलाई खा रहे कई अधिकारी अब गाजियाबाद नगर निगम को छोड़ जाने की तैयारी में लगे है। एक अधिकारी ने तो इसका सरे आम खुलासा करना भी शुरू कर दिया है। वहीं कुछ और ऐसे अधिकारी हैं जो अब मान रहे हैं कि अब उनके खेल का चेप्टर महापौर और नगर आयुक्त मिलकर दी एंड करने वाले हैं ।
महापौर सुनीता दयाल ने करीब एक महीने पहले ही कुर्सी संभाली है। कई लोग कहते थे कि महापौर को नगर निगम का अनुभव कम है। अभी उन्हें सीखने में समय लगेगा। मगर जिस तरह से वह एक्शन में है और जगह जगह छापे मार रही है इससे साबित हो गया कि महापौर को सब पता है। निगम में लंबे समय से जमे कई अफसरों को भी यह लग रहा था कि महापौर हमे बुलाकर कर पहले बारीकी की जानकारी लेंगी। ऐसी धारणा बनाने वाले नगर निगम के कई अफसर अब बगल झांक रहे है। कई अधिकारी भी नहीं समझ पा रहे है कि आखिर महापौर को इतनी जानकारी कैसे हो गई कि वह खुलकर छापा कार्रवाई कर रही है।
गत दिनों रेत मंड़ी में कूड़ा फैक्ट्री, इसके बाद मोरटा स्थित डंपिंग ग्राउंड में महापौर ने जो खेल पकड़ा निगम के हेल्थ विभाग में तेनात अफसर बेचैन है। हेल्थ विभाग के कई अफसरो को अब डर सताने लगा है कि अगर महापौर ने पैंच और टाइट कर दिया और शासन से जांच बैठ गई तो निगम के कई अफसरों पर गाज पड़ेगी।
दरअसल नगर आयुक्त डॉ0 नितिन गौड़ भी साफ छवि के अधिकारी है। जब से वह तैनात हुए है उन्होंने भी नगर निगम में एक्शन कर कई ऐसे कदम उठाए ताकी नगर निगम एक घाटे की संस्था नहीं बने। इसी तरह से अब महापौर का भी एक्शन शुरू हो गया है। ऐसा माना जाने लगा है कि महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त डॉ0 नितिन गौड़ की टीम जल्दी ही निगम को और पाक साफ करने में कामयाब होगी। साथ ही खिलाड़ी कई अधिकारियों को स्वयं ही अपना बिस्तर बांध कर जाना होगा। पहले नगर आयुक्त स्पष्टï कर चुके कि अब निगम में खेल नहीं चलेगा। अब महापौर का एक्शन देख कई अफसरों के होश उड़े है।