संवाददाता
गाजियाबाद । गाजियाबाद स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में आज संत सनातन महाकुंभ का आयोजन किया गया। सबसे पहले ब्रह्मलीन महन्त गौरी गिरि महाराज व सिद्ध संतों, महंतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। भगवान दूधेश्वर को सभी संतों ने जलाभिषेक कर उनका पूजन किया। इसके उपरांत दूधेश्वर पीठाधीश्वर व अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा के महंत नारायण गिरी का सभी संतों ने बडी फूलों की माला पहनाकर अभिनंदन किया।
डासना शिवशक्ति पीठ के पीठाधीश्वर व महामंडलेश्वर यति नरसिम्हानंद गिरी महाराज ने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात करना कठिन जरूर है लेकिन असंभव नहीं है। पूरा संत समाज यही चाहता है कि यह देश हिन्दू राष्ट्र घोषित हो। इसके लिए संत समाज को अगर खुद का बलिदान देना पडे तो वहे इसमें पीछे नही रहेगा। हिन्दू राष्ट्र की मांग पर सभी संतों ने संकल्प किया।
पंडित महेश चंद वशिष्ठ ने कहा कि गुरु से बढकर इस दुनिया में कोई नहीं होता। मां पहली गुरु होती है दूसरे शिक्षक,तो वहीं तीसरे गुरु संत होते हैं, जो आपको हरि से मिलाने का मार्ग बताते हैं। महंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म पूरी दुनिया में सबसे सर्वश्रेष्ठ धर्म है। सनातन धर्म के मार्ग पर चलकर ही प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन को सही प्रकार से लक्षित कर सकता है। इसलिए कभी अपने धर्म का मार्ग न छोड़े और देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने में योगदान दें। इस अवसर पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा वाराणसी के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष सभापति महंत प्रेम गिरी, भैरव मंदिर के महंत कन्हैया गिरी, मंहत गिरीशानंद गिरी, महंत कमलागिरी, महंत भोला गिरी, महंत सुरजगिरी, महंत सतीश सजी, महंत विजयगिरी, महंत जगदीश गिरी, महंत शैलेन्द्र गिरी, महंत बबलू गिरी, महंत राजगिरी, महंत पुष्पेन्द्र गिरी, थानापति मुन्ना गिरी के अलावा राजस्थान से ठाकुर जेठूसिंह तेलवाडा, मागुसिंह तेलवाडा, वीर सिंह सिवाना, विजय सिंहल, एस आर सुथार आदि मौजूद रहे।