
संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एंटी एकस्टोर्शन व किडनैपिंग सेल टीम ने हासिम बाबा गिरोह के शातिर शूटर को अपराध शाखा ने किया गिरफ्तार है। वह थाना जामा मस्जिद के एक हत्या के मामले में वांछित चल रहा था और भी दो अपराधिक मामलों में शामिल था।
डीसीपी क्राइम अंकित सिंह ने बताया कि अपराधी सहजाद उर्फ समीर उर्फ आसिफ उर्फ राजा को गिरफ्तार किया गया है, जो थाना जामा मस्जिद, दिल्ली में वांछित था | वह हासिम बाबा गिरोह का मुख्य शूटर है। यह गिरोह दिल्ली के पूर्व, उत्तर-पूर्व और शाहदरा इलाके में सक्रिय है।
बता दें कि 23 अप्रैल 2023 को जामा मस्जिद इलाके की कबूतर मार्केट में सहजाद उर्फ आसिफ उर्फ समीर का फुरकान उर्फ भूरा से ई-रिक्शा को लेकर झगड़ा हो गया। वह इसका बदला लेना चाहता था। 28 अप्रैल को हासिम बाबा जेल से पटियाला हाउस कोर्ट सुनवाई के लिए आया। जहाँ सहजाद हासिम बाबा से मिला और इस झगडे के बारे में हासिम बाबा को बताया। हासिम बाबा के निर्देश मिलने पर वह अपने तीन साथियों के साथ कबूतर बाजार पहुंचा गया और फुरकान के भाई इमरान उर्फ नन्हे को गोली मार कर फरार हो गया।
डीसीपी ने बताया कि किडनैपिंग सेल के एसीपी सुशील कुमार की देख रेख में निरीक्षक राजीव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमे उप-निरीक्षक नरेश कुमार, सहायक उप-निरीक्षक रोहित सोलंकी, हैड कांस्टेबल गुरुवेंद्र, यूनुस परवेज, तेज प्रताप और सोमेश शामिल थे। टीम ने हासिम बाबा गिरोह के सभी उपलब्ध मोबाइल नंबरों का विश्लेषण करना शुरू किया और मुखबिर भी तैनात किए। हैड कांस्टेबल तेजप्रताप को सूचना मिली थी कि थाना जामा मस्जिद हत्याकांड में वांछित सहजाद नाम का एक अपराधी दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन आएगा। मिली सूचना के अनुसार एक जाल बिछाया गया और कार्यवाही करते हुए आरोपी को दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि वह हासिम बाबा गिरोह के लिए काम करता है और कबूतर बाजार, जामा मस्जिद में पक्षियों की खरीदी-बिक्री का काम करता है। 23 अप्रैल को जब वह अपने बेटे के साथ कबूतर बाजार में मौजूद था, तो फुरकान उर्फ भूरा नामक व्यक्ति ने ई-रिक्शा किराए पर लेने के मुद्दे पर उसके बेटे को पीटा दिया था। इस वजह से उसे बाजार में काफी बदनामी का सामना करना पड़ा इसलिए सहजाद ने उनसे बदला लेने का फैसला किया।
28 अप्रैल को जब हासिम बाबा जेल से पटियाला हाउस कोर्ट सुनवाई के लिए आया तो आरोपी अपने साथियों के साथ हासिम बाबा से मिला। हासिम बाबा से निर्देश पाकर वह अपने साथियों शानू, बुरहान और माया के साथ कबूतर मार्केट, जामा मस्जिद गया, लेकिन फुरकान उर्फ भूरा वहां मौजूद नहीं था, इसलिए उसने उसके भाई इमरान उर्फ़ नन्हे को गोली मार दी और मौके से भाग गया। उसके बाकि साथियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
आरोपी सहजाद उर्फ आसिफ उर्फ समीर उर्फ राजा मूलत: बिजनौर का मूल निवासी है और वर्तमान में इंदिरा विहार, दिल्ली में किराये पर रहता है। वह पक्षियों की खरीद-बिक्री का व्यापार करता है। लेकिन आसानी से पैसा कमाने व अपराध की दुनिया में अपना नाम कमाने के लिए वह अपराधिक मामलों में शामिल हो गया ।