संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम ने शहर के पांचों जोन में RRR सेंटर बनाए हैं। ट्रिपल R का मतलब है रिड्यूज, रीयूज और रिसाइकल। इन सेंटर्स पर वो सामान रखा गया है, जिसे लोग वेस्टेज समझकर घर से कचरे में फेंक देते हैं। किताब, खेल-खिलौने, पुराने कपड़े जैसी चीजों को यहां पर संवारकर संजोया गया है।
वैशाली सेक्टर-एक में ऐसे ही एक सेंटर का शुभारंभ शनिवार को नवनिर्वाचित मेयर सुनीता दयाल और नगरायुक्त नितिन गौड़ ने फीता काटकर किया। नगरायुक्त के अनुसार, RRR सेंटर में एनजीओ के माध्यम से पुस्तकें, खिलौने, बर्तन व अन्य वस्तुएं जमा कराई गई हैं। जहां से कुछ जरूरतमंद व्यक्तियों की ओर से अपनी जरूरत की चीजों को लिया गया। ‘नो थ्रो’ के अंतर्गत न केवल शहर को कचरा मुक्त और सुंदर बनाया जा रहा है, बल्कि जरूरतमंद व्यक्तियों की भी मदद हो रही है। इस तरह के सेंटर पांच जोन में खोले गए हैं।
मेयर सुनीता दयाल ने बताया, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के क्रम में गाजियाबाद नगर निगम की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इससे शहर की स्वच्छता को बढ़ावा मिल रहा है। इस मौके पर नो थ्रो रथ भी रवाना हुआ, जो पूरे शहर में घूमकर घरों से अनुपयोगी वस्तुओं को इकट्ठा करके इन सेंटरों तक पहुंचाएगा।