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पूरे एनसीआर में मंगलवार सुबह से धूल की चादर, हल्‍की बूंदाबांदी के आसार

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में कई दिनों से जारी गर्मी और तपिश के बीच मंगलवार की सुबह कुछ और ही नजारा देखने को मिला। आसमान में धूल की मोटी चादर दिखाई और अंधेरा महसूस हुआ। धूल की वजह से शहर में विजिबिलिटी भी कम है। मौसम विभाग का कहना है कि आज और कल दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। लेकिन इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।

सुबह से आसमान में छाई धूल
सुबह से आसमान में छाई धूल

दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में सुबह से धूल की चादर छाई हुई है। गर्मी के बीच आसमान में धुंध देखकर एक बार फिर से प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-NCR का मौसम साफ था। न बादल थे और न ही धुंध। लेकिन कल रात से ही तेज हवाएं चल रही हैं। उसी का नतीजा है कि अब आसमान में धूल की चादर देखी जा रही है।

पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के मामले बढ़े

आसमान में धूल छाने का दूसरा कारण पड़ोंसी राज्यों में पराली जलाने के मामलों में इजाफा भी है। ये रबी फसल की कटाई का मौसम चल रहा है। इसी के साथ पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामले भी बढ़ गए हैं। इस साल अब तक पंजाब में पराली जलाने के करीब 12,400 और हरियाणा में 3,000 मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, यह पिछले साल की तुलना में कम है, क्योंकि बारिश की वजह से फसल की कटाई में देरी हुई है।

आने वाले वक्त में हो सकती हैं दिक्कत

दिल्ली के एयर क्वालिटी पर पराली जलाने का प्रभाव गर्मियों में तेज हवाओं की वजह से बहुत कम होता है। लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस पर रोकथाम जरूरी है। ताजा पराली जलाने की घटनाओं का मतलब है कि किसानों के व्यवहार में बदलाव लाने के लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। इसका मतलब यह भी है कि सर्दियों में राजधानी के प्रदूषण स्तर पर फिर से प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इन राज्यों और एनसीआर की सरकारों को जल्द से जल्द समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के सैटेलाइट डेटा से पता चला है कि इस साल 16 अप्रैल से 14 मई के बीच पंजाब में 12,388 और हरियाणा में 2,968 खेत में आग देखी गई।

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