संवाददाता
नई दिल्ली। देश में चल रहे आईपीएल क्रिकेट लीग मैचों में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी कर रहे सात हाईप्रोफाइल सट्टेबाजों को अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 31 स्मार्टफोन, 03 लैपटॉप और अन्य ई-गैजट बरामद किए है।
क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि आईपीएल क्रिकेट लीग मैचों में सट्टेबाजी की अवैध गतिविधि में शामिल लोगों पर नजर रखने एके लिए क्राइम ब्रांच लगातार काम कर रही है। अवैध सट्टेबाजी के खतरे को रोकने के लिए आईएससी, क्राइम ब्रांच की टीम को ये काम सौंपा गया था। हैड कांस्टेबल सचिन कुमार को विशेष सूचना मिली थी कि जुआरियों का एक सिंडिकेट चल रहे आईपीएल मैचों पर सट्टा लगा रहा है, जिसका आयोजन आई-3, 35-36, द्वितीय तल, सेक्टर-16, रोहिणीे, दिल्ली में किया जा रहा है। डीसीपी अंकित सिंह नेे इस सूचना के आधार पर सहायक आयुक्त रमेश लांबा की देखरेख में निरीक्षक मनमीत मलिक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। जिसमें एसआई विकास, सुनील पंवार, एएसआई अनिल, कृष्णपाल, कविंदर, हैड कांस्टेबल सचिन, अमित, मोनिट, हरेंद्र, सोनू, पवन, अंबरीश, योगेन्द्र और महिला हैड कांस्टेबल पुष्पा शामिल थे ।
अपराध शाखा की टीम तुरंत आई-3, 35-36, दूसरी मंजिल, सेक्टर-16, रोहिणी, दिल्ली में महिला हैड कांस्टेबल पुष्पा ने चतुराई से दरवाजा खुलवा लिया और छापेमारी की गई ।
जहां से पुलिस ने रजत उर्फ रवि बब्बर, मोहित बत्रा उर्फ प्रिंस बत्रा, जतिन, शेखर पाल, पवन कुमार, अशोक कुमार और चाणक्य बब्बर नाम के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह सभी दो कमरों में आईपीएल मैच पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की मदद से जुआ रैकेट संचालित कर रहे थे। आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से 31 स्मार्टफोन, 3 लैपटॉप और अन्य ई-गैजेट बरामद किए गए।
सभी आरोपी अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी एप्लिकेशन जैसे बुलेट, टाइगर 24×7 आदि को अंतरराष्ट्रीय माध्यम से खरीदते थे, जिसमें ऑनलाइन मैचों की स्ट्रीमिंग के दौरान जीत/हार पर अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजी की दरें प्रदर्शित की जाती थीं। आरोपी व्यक्ति लाइव मैच की लाइन भी लेते थे जो आमतौर पर मैच के लाइव टेलीकास्ट से कुछ सेकंड पहले होता है। फिर वे सूटकेस/बॉक्स का उपयोग करके अपने अन्य समकक्षों को लाइन की आपूर्ति करते थे, जिसमें कई मोबाइल फोन आपस में जुड़े होते थे और उनके बीच कॉन्फ्रेंस कॉल करते थे। वे अपने क्लाइंट्स से दूसरे मोबाइल फोन के जरिए सट्टा लगाते हैं। वे आई-बेटिंग सहायक की मदद से मैचों की दरों के अनुसार लेन-देन का रखरखाव भी करते थे। आरोपी रजत उफ रवि बब्बर के खिलाफ थाना साउथ रोहिणी, थाना समयपुर बादली, थाना केएन काटजू मार्ग, में पहले से अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपी अशोक कुमार के खिलाफ थाना शालीमार बाग, प्रशांत विहार, में जुआ अधिनियम के पांच मामले दर्ज है।
पकड़े गए आरोपियों का विवरण इस प्रकार है।
1. रजत उर्फ रवि बब्बर उम्र 40 साल, सेक्टर-16, रोहिणी, दिल्ली के रहने वाले ने 12वीं तक ही पढ़ाई की है| पहले वह सट्टा खेलता था लेकिन बाद में वह सट्टेबाज का काम करने लगा।
2. मोहित बत्रा उर्फ प्रिंस बत्रा, 31 साल, सेक्टर-16, रोहिणी, दिल्ली के घर में 10वीं तक ही पढ़ा है| वह विकलांग है और पैसा कमाने के जुनून के चलते रवि के साथ सट्टेबाजी का काम करने लगा।
3. जतिन, 39 साल, सेक्टर-16, रोहिणी, दिल्ली का रहने वाला है, उसने सिर्फ 7वीं क्लास तक पढ़ाई की है| पहले वह खुद सट्टा खेलता था लेकिन बाद में पैसों की जरूरत के कारण वह रवि के साथ सट्टेबाज का काम करने लगा।
4. शेखर पाल, 24 वर्ष, अम्बेडकर नगर, हैदरपुर, दिल्ली में 10वीं तक ही पढ़ा है। पहले वह खुद सट्टा खेला करता था लेकिन भारी पैसा गंवाने के बाद उसने 2 महीने से रवि के साथ काम करना शुरू कर दिया।
5. पवन कुमार, 30 वर्ष, गोविंद मोहल्ला, हैदरपुर, दिल्ली ने 12वीं तक ही पढ़ाई की है। रुपयों के लालच में वह रवि के साथ बुकी अकाउंट संभालने का काम करने लगा।
6. अशोक कुमार, 38 वर्ष, निवासी हैदरपुर, दिल्ली ने 12वीं तक ही पढ़ाई की है। वह इस अवैध सट्टेबाजी के धंधे में रवि का पार्टनर है और पहले भी कई बार सट्टेबाजी के अपराध में शामिल रहा है।
7. चाणक्य बब्बर उम्र 35 साल, सेक्टर-16, रोहिणी, दिल्ली के रहने वाले ने 12वीं तक ही पढ़ाई की है | रुपयों के लालच में उसने अवैध सट्टे का कारोबार शुरू कर दिया।