संवाददाता
गाजियाबाद । भाजपा प्रत्याशी के कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष लज्जा रानी गर्ग द्वारा दिए गए बयान पर केन्द्रीय राज्यमंत्री व सांसद वीके सिंह का जवाब आया है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका पिलखुआ अध्यक्ष के पिछले चुनाव पर जो टिप्पणी की गई है, उसकी वह घोर निंदा करते हैं। वीके सिंह ने कहा कि अपनी हार का कारण वह स्वयं थीं। जिस वार्ड में लज्जा रानी गर्ग रहती हैं, वह वैश्य, बनिया समाज का वार्ड है। खुद उनके ही समाज व वार्ड के लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिए। जबकि, विदेश मंत्री रहते हुए भी मैने लज्जा गर्ग के चुनाव में आकर पूरा समय दिया और मेहनत लगन से वोट मांगे। पिछले पांच वर्षों में लज्जा रानी गर्ग को जितना सम्मान दिया गया, उतना अन्य किसी को नहीं दिया गया। बता दें कि लज्जा रानी गर्ग की उम्र करीब ७७ वर्ष है और पिलखुवा में निवास करती हैं। आज से करीब दस दिन पहले जिला गाजियाबाद से मेयर का टिकट अपने लिए मांगना शुरू कर दिया।
संगठन ने उन्हें टिकट ना देकर, वहीं के पुराने स्थाई कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाया था। लज्जा गर्ग ने गाजियाबाद से मेयर का टिकट न मिलने के कारण ही गलत बयानी की है। पिछले पांच सालों में लज्जा रानी गर्ग सांसद वीके सिंह की तारीफ करती थीं और उन्हें अपने घर खाने पर बुलाती थीं, लेकिन अब खुद ही गलत बयानबाजी कर रही हैं।
इस मामले में पूर्व विधायक व भाजपा नेता प्रशांत चौधरी ने भी केन्द्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह की सुपुत्री द्वारा मानहानि का मुकदमा दर्ज कराए जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह जनरल वीके सिंह और उनके परिवार पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सही नहीं है। लगातार उनपर व उनके परिवार पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। प्रशांत चौधरी ने कहा कि जो मुकदमा दर्ज हुआ है उस पर पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उनके परिवार के खिलाफ बड़ी साजिश की गई है। साजिश करने वालों के चेहरों से नाकाब हटने चाहिए। ऐसे साजिशकर्ताओं का भी पर्दाफाश होना चाहिए जो न केवल वीके सिंह और उनके परिवार के खिलाफ साजिश कर रहे हैं, बल्कि पार्टी की छवि को भी खराब कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि जानबूझ कर ऐसा कर रहे लोगों का खुलासा करना जरूरी है। जो मुकदमा दर्ज कराया गया है उसपर पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करें और ऐसे लोगों को सामने लाने का काम करें।