विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद महानगर की नगर निगम का मेयर बनने के लिए भाजपा की 36 दावेदारों का इंटरव्यू का दौर पूरा हो चुका है। पार्टी संगठन इनमें से किसी एक को उम्मीदवार बनाएगा। भाजपा के निकाय चुनाव प्रभारी असीम अरुण, केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद वीके सिंह समेत संगठन के पांच पदाधिकारियों की कमेटी ने इन दावेदारों में से तीन के नाम प्रदेश संगठन को भेज दिए हैं। अब मेयर का टिकट किसे मिलेगा इसका काउंट डाउन अगले 24 घंटे में पूरा हो जाएगा। वैसे टिकट के इतने दावेदार हैं कि संगठन भी किसे टिकट दे इसको लेकर असमंजस में हैं। सूत्र बता रहे हैं कि पिछले पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को आधार मानकर आशा शर्मा को ही दोबारा उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
वैसे इस बार भाजपा में मेयर के टिकट के लिए वार्ड पार्षद से लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष, निवर्तमान महापौर और संघ में मजबूत पकड़ रखने वालीं महिला कार्यकर्ताओं ने दावेदारी की है। इसलिए मेयर टिकट के लिए जबरदस्त मारामारी है। क्योंकि नगर निगम के गठन से लेकर अब तक हुए छह चुनाव में भाजपा का ही मेयर जीता है। ऐसे में दावेदारों को भी उम्मीद है कि उन्हें सिर्फ भाजपा की ओर से टिकट नहीं, बल्कि मेयर की कुर्सी मिलेगी। यही वजह है कि पार्टी के कार्यकताओं से लेकर बड़े पदाधिकारी अपनी पत्नी को टिकट दिलाने के लिए पूरी जान झोंक दी है। हालांकि इस बार पार्टी का टिकट पाना दावेदारों के लिए इतना आसान नहीं है। पार्टी ईमानदार छवि, राजनीति में बड़े स्तर पर स्वीकार्यता वाले निर्विवादित चेहरे को उम्मीदवार बनाने के मूड में है। इस बार चयन समिति में स्थानीय नेताओं से ज्यादा प्रदेश स्तर से भेजे गए चयनकर्ताओं के चयन को ज्यादा तवज्जो मिलेगी। निवर्तमान मेयर आशा शर्मा के बारे में चयनकर्ताओं का मानना हैं कि वे इन सभी मापदंडों को पूरा करती हैं।
डॉक्टर से लेकर पूर्व विधायक, पूर्व मेयर की पुत्रवधु भी दावेदारी में
भाजपा में टिकट की दावेदारी के लिए इस बार कई चर्चित और मजबूत नाम आने से टिकट की जंग वाकई रोचक हो गई । शहर की नामचीन डाॅक्टर से लेकर पूर्व मेयर की पुत्रवधु भी टिकट की दौड़ में हैं। पटेल नगर में अस्पताल संचालित करने वालीं डॉ. मधु पोद्दार इस बार भी टिकट की दौड़ में हैं। मधु पोद्दार और उनके पति डॉ. आरके पोद्दार की आरएसएस में मजबूत पकड़ मानी जाती है। पूर्व मेयर दमयंती गोयल की पुत्रवधू डा. रुचि गोयल भी भाजपा से टिकट मांग रही हैं और निकाय चुनाव प्रभारी असीम अरुण के समक्ष इंटरव्यू दे चुकी हैं। निवर्तमान महापौर आशा शर्मा दोबारा टिकट की दावेदारी में हैं और अपने पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धि को जीत का आधार मान रहीं हैं। बागपत की पूर्व विधायक हेमलता चौधरी भी मेयर का टिकट मांग रही हैं। राजनीति में उनका और उनके पति प्रशांत चौधरी का लंबा अनुभव है। प्रशांत चौधरी बसपा से एमएलसी रह चुके हैं और 2022 में भाजपा के टिकट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल भी इस दौड़ में प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने 2017 में भी दावेदारी की थी। उनका नाम अंतिम दौर तक पैनल में रहा, लेकिन टिकट आशा शर्मा को मिल गया था। नेहरू नगर के यशोदा अस्पताल के मालिक डॉक्टर दिनेश अरोड़ा के अस्पताल में लंबे समय से भाजपा के बड़े बड़े नेता ईलाज कराते हैं। इस कारण दिनेश अरोड़ा की बीजेपी संगठन में गहरी पैठ है। दिनेश अरोड़ा की पत्नी डॉक्टर शशि अरोड़ा का नाम इसीलिए लखनऊ से गाज़ियाबाद भेजा गया। लेकिन माना जा रहा हैं कि जमीनी कार्यकर्ताओं के विरोध और उनकी नाराजगी भांपकर शशि अरोड़ा के नाम को बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई।
चर्चा में तीन नाम
भाजपा के प्रदेश स्तर के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया की चयन समिति ने गाजियाबाद मेयर के लिए जजो तीन नाम प्रदेश संगठन को भेजे हैं उनमें एक नाम निवर्तमान मेयर आशा शर्मा दूसरा प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल तथा तीसरा नाम बीजेपी के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय शर्मा की पत्नी प्रीति का है। अब इन तीनों नाम में से किसी एक को भाजपा हाईकमान मेंयर का टिकट थमाएगा।
मेयर पद की दावेदार
निवर्तमान महापौर आशा शर्मा, गुरी जनमेजा, रुचि गर्ग, रनिता सिंह, लता सिंह चौहान, सुषमा त्यागी, साक्षी नारंग, डॉ. वीनम गोयल, डॉ. ऋचा सूद, रश्मि गुप्ता, वंदना त्यागी, रुबी अग्रवाल, डॉ. सपना बंसल, कविता गोयल, सुनीता नागपाल, मीना भंडारी, प्रीति शर्मा, डॉ. प्रीति मित्तल, मोनिका मित्तल, बीना सिमरन रंधावा, पूर्व विधायक हेमलता चौधरी, उदिता त्यागी, डॉ. मधु पोद्दार, डॉ. रुचि गोयल, सुनीता दयाल, डॉ. रमा त्यागी, रमा अग्रवाल, प्रतिभा टिमरी, लज्जा रानी गर्ग, दीप्ती मितल, ऋतु त्यागी। समेत कुल 36 नाम हैं जिन्होंने भाजपा से मेयर का टिकट पाने के लिए आवेदन देकर इन्टरव्यू दिया है।