विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हरियाणा के दो कुख्यात अपराधियों संजय उर्फ संजू और मंजीत उर्फ मांजा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने 29 मार्च को अपने विरोधी गैंग के एक सदस्य की हत्या कर दी थी और अब दूसरे सदस्य को खत्म करने की तैयारी में थे। दोनों आरोपी हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले है और कत्ल की वारदात के बाद दिल्ली में छिपे हुए थे।
स्पेशल सेल की नार्दन रेंज व एसटीएफ के डीसीपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि दिल्ली/एनसीआर में अपराध पर लगाम लगाने के लिए उत्तरी रेंज की स्पेशल सेल की टीम विभिन्न सिंडिकेट से जुडे बदमाशों की पकड धकड का काम कर रही है। हाल ही में दिल्ली/एनसीआर में चल रही गैंगवार के कारण हुई हत्याओं के कारण स्पेशल सेल को ऐसे अपराधियों की पहचान करने का काम सौंपा गया है। टीम के सदस्य ऐसे अपराधियों की पहचान करने और पकड़ने के लिए लगातार उन्हें तकनीकी निगरानी से ट्रेस करने के काम में लगे हैं।
इसी क्रम में एसटीएफ वेद प्रकाश की टीम के इंस्पेक्टर पूरन पंत, कुलबीर, विक्रम, रवि तुशीर अनुज नौटियाल, की टीमों को पता चला कि गांव महिंदीपुर, जिला सोनीपत, हरियाणा का संजय उर्फ संजू और हरियाणा के सोनीपत के गांव भूरी कामी का रहने वाला मनजीत उर्फ मांजा जो हत्या की एक वारदात में शामिल हैं। नरेला इलाके में छिपे है। स्पेशल सेल की टीम ने पुख्ता सूचना एकत्र करने के बाद दोनों बदमाशों को बीती शाम एक मुठभेड के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों बदमाशों ने पुलिस के चंगुल से भागने के लिए पुलिस पर फायरिंग भी की।
दोनों के कब्जे से पुलिस को एक अत्याधुनिक पिस्तौल, दो सिंगल पिस्टल, एक अतिरिक्त मैगजीन, 7.65 कैलिबर के ग्यारह जिंदा कारतूस और .315 बोर के चार जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
डीसीपी ने बताया कि दोनों बदमाशों ने 29 मार्च 2023 को सोनीपत के कामी गांव के रहने वाले सुनील को कई गालियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी। मांजा व संजू की सुनील के साथ बालू खनन के कारोबार में प्रतिद्वधिता चल रही थी। दो माह पूर्व उनका ट्रैक्टर मृतक के ट्रैक्टर से टकरा गया था और आरोपी पक्ष ने नुकसान के मुआवजे की मांग की थी। हालाँकि, मामला बढ़ गया और मृतक सुनील और उसके साथियों ने संजय और मंजीत के बड़े भाई दीपक के साथ मारपीट की। इस संबंध में संजय द्वारा थाने मुरथल में आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले में कालू नाम के व्यक्ति को भी नामजद किया गया था। सुनील और निखिल (कालू के भाई) ने शिकायतकर्ता पक्ष को कालू के खिलाफ अपने आरोप वापस लेने की धमकी दी थी। इस पर संजय व मनजीत ने नाराज होकर 29 मार्च को सुनील की हत्या कर दी। दोनों ने निखिल को खत्म करने के लिए उसकी तलाश भी की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। हांलाकि मृतक सुनील भी आपराधिक मामलों में भी शामिल था और वह लॉरेंस बिश्नोई समूह के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नाम से लोगों को डराने की भी कोशिश करता था।
पकडे गए आरोपियों को उनका अगला निशाना निखिल था और वे उसे जल्द से जल्द मारने का मौका तलाश रहे थे लेकिन इससे पहले स्पेशल सेल की टीम के चंगुल में फंस गए। गिरफ्तार आरोपी संजय उर्फ संजू छोटे पैमाने पर बालू/रेत खनन व्यवसाय से जुड़ा है। उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तीन मामले दर्ज है। आरोपी मंजीत उर्फ मांजा अपने गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान चलाता है और रेत खनन व्यवसाय में अपने भाई की मदद भी करता है।