संवाददाता
नई दिल्ली। लगातार बढ़ते जा रहे भूकंप के मामलों को लेकर अब पूरे एनसीआर में पुलिस व प्रशासन सतर्क होता नजर आ रहा है । गत दिवस गाजियाबाद, नोएडा, गुरूग्राम व फरीदाबाद समेत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में मॉक ड्रिल की गई ताकि पता लगाया जा सके कि भूकंप की स्थिति में कोई बड़ा हादसा होता है, तो आपदा में काम करने वाली सरकारी एजेंसियां कितनी तैयार है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सभी जिलों में भूकंप से निपटने को लेकर ‘मॉक ड्रिल’ करेगा। राष्ट्रीय राजधानी और उसके आस-पास के इलाकों में लगातार दो दिन तक भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद यह ‘मॉक ड्रिल’ किया जा रहा है।
डीडीएमए ने शहर के निवासियों से न घबराने का आग्रह करते हुए कहा कि यह भविष्य में ऐसी किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए खुद को तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा एक ‘मॉक ड्रिल’ है।
‘मॉक ड्रिल’ में किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयारी का पूर्वाभ्यास किया जाता है। इसमें आपदा की स्थिति में उससे निपटने के लिए किस तरह के और कौन-कौन से कदम उठाए जाते हैं उस पर गौर किया जाता है।
पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी के मयूर ध्वज में एक बिल्डिंग गिरने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस डिजास्टर, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, बिजली डिपार्टमेंट, आईजीएल डिपार्टमेंट क्राइम टीम, और कई टीमें मौके पर पहुंची। उसके बाद रेस्क्यू किया गया । बताया जा रहा है इसमें दो मर चुके थे और कई लोग घायल बताए गए यह दिल्ली सरकार की तरफ से यह एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था। दरअसल से एक तैयारियों को परखने के लिए ये एक एक्सरसाइज थी।
इसी क्रम में पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार स्थित वी3एस मॉल में आयोजित मॉक ड्रिल में मॉक ड्रिल के नोडल ऑफिसर व इसीडेंट कमांडर एसडीएम राजेन्द्र कुमार मीणा तथा एसडीएम ऑफिस देवेन्द्र पांडे के साथ जिला प्रशासन, पुलिस, दमकल, डिजास्टर, कैट एंबुलेंस, निगम, स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों ने भी हिस्सा लिया। दरअसल आपात स्थिति से निपटने और एजेंसियों के बीच तालमेल के लिए वी3एस मॉल में भूकंप से कई लोगों के दबे होने की सूचना दी गई थी। सूचना मिलते ही दमकल, जिला प्रशासन, पुलिस, डिजास्टर, कैट एंबुलेंस, निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान सभी घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल में दाखिल कराया गया । इस पूरे मॉक ड्रिल में सभी विभागों की रिस्पॉन्स टाइमिंग नोट की गई ।
पूर्वी दिल्ली के एसडीएम हैड क्वार्टर बताया कि मौके पर अलग-अलग एजेंसियों के बीच राहत और बचाव कार्य के दौरान बेहतर तालमेल देखा गया। एजेंसियों को मॉकड्रिल के बारे में पहले से ही जानकारी दे दी गई थी। किस एजेंसी की तरफ से क्या कमियां रही इसे भी देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सभी एजेंसियां समय पर मॉकड्रिल के कॉल के बाद पहुंची वो संतोषप्रद है। जो ऐसी आपदा के वक्त लोगों की जान बचाने में मददगार साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मॉक ड्रिल का आयोजन समय-समय पर होता रहता है। जिसका मकसद किसी भी आपदा के वक्त होने वाले जानमाल के नुकसान को कम से कम करना है। इससे यह भी पता चलता है की एजेंसियां ऐसे वक्त में किस तरह से रिस्पॉन्स करती हैं। पूर्वी दिल्ली में मॉक ड्रिल के दौरान पूर्वी जिला डीसीपी अमरूथा गुगुलोथ के अलावा, प्रीत विहार थाने के एसएचओ हीरा लाल भी सदल बल मौजूद थे।
ऐसा ही एक मॉकड्रिल सुभाष नगर स्थित पेसिफिक मॉल में भी किया गया। जिसमें भूकंप को लेकर कॉल की गई कॉल मिलने के बाद दिल्ली पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली फायर सर्विस, एंबुलेंस, हॉस्पिटल, डीएम ऑफिस, डीडीएमए ऑफिस, सिविल डिफेंस वर्कर्स सहित तमाम एजेंसियां घटनास्थल पर पहुंचीं और राहत और बचाव काम में जुट गई। इस दौरान घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की कवायद शुरू की गई। मौके पर राजौरी गार्डन के एसडीएम आशीष कुमार भी मौजूद रहे । जिन्होंने तमाम एजेंसियों द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव कार्य का निरीक्षण किया।