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2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने बदले चार राज्‍यों के अध्‍यक्ष

राजस्‍थान में सांसद चन्‍द्र प्रकाश जोशी को मिली अध्‍यक्ष पद की कमान

विशेष संवाददाता

नई दिल्‍ली। लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों में अपने अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। बीजेपी ने राजस्थान में सीपी जोशी, बिहार में सम्राट चौधरी, दिल्ली में वीरेंद्र सचदेवा और ओडिशा में मनमोहन सामल को कमान सौंप दी है। बिहार में कुशवाहा-कोरी समाज को लुभाने के लिए भाजपा ने बड़ा दांव चला है और सम्राट चौधरी को अध्यक्ष बनाया गया है। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, वह सतीश पूनिया की जगह लेंगे। इसके अलावा दिल्ली में वीरेंद्र सचदेवा को प्रदेश की कमान दी गई है। ओडिशा में भी नेतृत्व परिवर्तन हुआ है। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री मनमोहन सामल को अध्यक्ष बनाया गया है।

राजस्‍थान

बीजेपी ने राजस्थान में सतीश पूनिया की जगह चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पूनिया अपना कार्यकाल पूरा कर चुके थे, उन्हें एक्सटेंशन भी मिला था, लेकिन इस साल होने वाले चुनाव से पहले बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष बदलकर चौंका दिया है। पूनिया की तरह ही सीपी जोशी भी संघ के बैकग्राउंड से ही आते हैं। चंद्र प्रकाश जोशी चित्तौड़गढ़ से दो बार लोकसभा पहुंचे हैं, वह पहले 2014 में फिर 2019 में इस सीट से चुनाव जीते। जोशी बीजेवाईएम के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं, इसलिए उन्हें संगठन का भी अनुभव है। जोशी पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी व संगठन को पूरा भरोसा है।

बता दें कि सीपी जोशी हाल ही में हुए ब्राह्मण पंचायत में शामिल हुए थे। ऐसा माना जा रहा है कि राजस्थान में आगामी चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने प्रदेश के ब्राह्मण समाज को साधने के लिए ये अहम फैसला लिया है। सीपी जोशी पंचायत समिति के सदस्य रह चुके हैं। वे अभी तक पार्टी के उपाध्यक्ष थे। सीपी जोशी बेहद ईमानदार छवि के नेता है।

कटारिया को गवर्नर बनाए जाने के बाद से वसुंधरा राजे गुट को ताकत मिलने के कयास लग रहे थे। अब पूनिया को भी हटा दिया गया है। साफ है कि भाजपा चुनाव से पहले किसी भी तरह की गुटबाजी नहीं चाहती है। बता दें कि राजस्थान में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व लगातार यह कह रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा। वहीं वसुंधरा राजे के समर्थकों की मांग है कि उन्हें ही मुख्यमंत्री का चेहरा बना दिया जाए। इसी को लेकर पार्टी में मतभेद की स्थिति बनी हुई है।

बिहार

बिहार में संजय जायसवाल को हटाकर सम्राट चौधरी को मौका देना बड़ा कदम माना जा रहा है। पिछले कई सालों से सम्राट चौधरी को भाजपा प्रमोट करती रही है। इसकी वजह यह है कि वह पिछड़ी बिरादरी के नेता हैं।
सम्राट चौधरी को अध्यक्ष बनाकर भाजपा ओबीसी वर्ग में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। खासतौर पर कुशवाहा और कोरी समुदाय में नीतीश कुमार की पैठ मानी जाती है, जिस पर भाजपा ने चोट करने की तैयारी की है। जेडीयू से अलग होने के बाद से ही भाजपा ओबीसी, एमबीसी और दलित वर्ग पर डोरे डाल रही है। ओडिशा में भी लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती को पद से हटानेकी मांग चल रही थी

वीरेंद्र सचदेवा

दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार के बाद आदेश गुप्ता ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष का पद खाली था। पार्टी ने वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया हुआ था और अब करीब ढाई महीने बाद उन्हें ही स्थायी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। वह काफी 90 के दशक से ही राजनीति में एक्टिव हैं और बीजेपी में ही कई पदों पर रह चुके हैं।

मनमोहन सामल

बीजेपी ने ओडिशा में मनमोहन सामल को पार्टी की कमान सौंपी है। उन्हें समीर मोहंती की जगह पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। समीर मोहंती का कार्यकाल प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पूरा हो चुका है। मनमोहन सामल ओडिशा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी-बीजेडी गठबंधन की सरकार के समय में वह यूनिट प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं।

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